Loading election data...

देवघर: चौपामोड़-हंसडीहा सड़क बनेगी फोरलेन, 150 फीट होगी चौड़ी, डीपीआर बनाने का काम शुरू

अभी चौपा-हंसडीहा मार्ग की चौड़ाई 45 फीट है. फोरलेन बन जाने के बाद 150 फीट चौड़ाई हो जायेगी. तीन से चार महीने में डीपीआर तैयार होने के बाद मंत्रालय से स्वीकृति मिलते ही टेंडर कर काम चालू कराया जायेगा. अगले वर्ष तक टेंडर की संभावना है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 5, 2023 8:58 AM
an image

Deoghar News: एनएच 133 चौपामोड़ से हसंडीहा सड़क अब फोरलेन हो जायेगी. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने चौपामोड़-हसंडीहा फोरलेन का डीपीआर बनाने की स्वीकृति देते हुए कन्सटेंट भी नियुक्त कर दिया है. अब डीपीआर बनाने काम भी शुरू कर दिया गया है. हंसडीहा से महागामा फोरलेन का काम शुरू होने के साथ-साथ भागलपुर से हंसडीहा फोरलेन की स्वीकृति मिलने के बाद गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के देवघर से सीधे भागलपुर व महागामा तक फोरलेन से कनेक्ट करने के प्रस्ताव को मंत्रालय ने मंजूरी दी है.

45 से बढ़कर 150 फीट चौड़ी होगी सड़क

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने धनबाद स्थित प्रोजेक्ट इंप्लीमेंट यूनिट कार्यालय को जल्द चौपामोड़-हंसडीहा फोरलेन का डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया है. चौपामोड़-हंसडीहा फोरलेन में सड़क 150 फीट चौड़ी हो जायेगी. पुरानी सड़कों को ही चौड़ा किया जायेगा, इसके लिए जरूरत के हिसाब से भूमि अधिग्रहण भी किया जायेगा. करीब 35 किलोमीटर लंबी चौपामोड़-हंसडीहा फोरलेन का डीपीआर 600 करोड़ रुपये के आसपास हो सकता है. अभी चौपा-हंसडीहा मार्ग की चौड़ाई 45 फीट है. फोरलेन बन जाने के बाद 150 फीट चौड़ाई हो जायेगी. तीन से चार महीने में डीपीआर तैयार होने के बाद मंत्रालय से स्वीकृति मिलते ही टेंडर कर काम चालू कराया जायेगा. अगले वर्ष तक टेंडर की संभावना है.

क्या कहते हैं निशिकांत दुबे

गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा, “हंसडीहा-महागामा फोरलेन का काम चालू हो चुका है. भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन की भी स्वीकृति मिल चुकी है. अब एनएच 133 के इस चौपामोड़-हंसडीहा मार्ग को फोरलेन करने की आवश्यकता थी, इस कारण इसका प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पास मैंने रखा था. मंत्रालय ने डीपीआर बनाने की स्वीकृति दी है. डीपीआर बनाने का काम भी चालू हो चुका है. अब देवघर तीन-तीन फोरलेन से जुड़ जायेगी. भागलपुर, विक्रमशिला, महागामा, गोड्डा व देवघर तक टूरिस्ट कनेक्टिविटी डेवलेप होगा.”

Also Read: देवघर के सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं, बच्चे कैसे बनेंगे एक्सीलेंट

Exit mobile version