Deoghar News: मकर संक्रांति और बसंत पंचमी पर भक्तों की सुविधा के लिए देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर से लेकर रूटलाइन तक जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. इन तिथियों में बाबा मंदिर में भारी भीड़ जुटने की संभावना जतायी गयी है. इसे देखते हुए बाबा मंदिर से बीएड कॉलेज तक कतार संचालन की व्यवस्था की गयी है. जलसार पार्क तक बैरिकेडिंग की गयी है. पूरे रूटलाइन में दंडाधिकारी व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति शनिवार की अहले सुबह से ही कर दी गयी.
देवघर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, ताकि कंट्रोल रूम से पूरे इलाके पर नजर रखी जा सके. प्रशासनिक भवन के रास्ते से पूर्व की तरह शीघ्रदर्शनम कूपन लेकर आये श्रद्धालुओं को गर्भगृह तक भेजने की व्यवस्था रहेगी. बसंत पंचमी के अवसर पर व्यवस्था में थोड़ा बदलाव करते हुए कूपन की दर को बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है.
बाबा बैद्यनाथ मंदिर में अग्निशमन विभाग द्वारा आग से बचाव का प्रशिक्षण दिया गया. इसके पश्चात अग्निशमन कर्मियों ने प्राथमिक स्तर पर फायर एक्सटिंग्विसर से आग बुझाने का मॉकड्रिल करके भी दिखाया. आग से बचाव का प्रशिक्षण व मॉकड्रिल मंदिर प्रभारी सह एसडीओ दीपांकर चौधरी के निर्देश पर किया गया. इस क्रम में अग्निशमन पदाधिकारी गोपाल यादव ने आग लगने के कारणों व उससे बचाव के तरीके के बारे में मंदिर में तैनात दंडाधिकारियों सहित पदाधिकारियों, पुलिसकर्मियों, मंदिर कर्मियों, तीर्थ पुरोहितों व पूजारियों को जानकारी दी.
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इसके बाद तत्काल फायर एक्सिटंग्विसर से आग बुझाने का मॉकड्रिल कर अग्निशमन पदाधिकारी व कर्मियों ने दिखाया. आग से बचाव के प्रशिक्षण व मॉकड्रिल के लिए पंडा धर्मरक्षिणी सभा के उपाध्यक्ष संजय कुमार मिश्र व मनोज कुमार मिश्र ने मंदिर प्रभारी सहित अग्निशमन पदाधिकारी से आग्रह किया था. इन दोनों उपाध्यक्ष ने संयुक्त रूप से बताया कि दीपावली के वक्त दीप जलाने में एक महिला की साड़ी में आग लग गयी थी. किसी तरह उस पर नियंत्रण पाया गया था. इसलिए बसंत पंचमी मेला के पहले पहले उन्होंने मॉक ड्रिल करने का आग्रह किया था.
अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि मंदिर के प्रशासनिक भवन सहित क्यू कॉम्प्लेक्स, संस्कार मंडप व अन्य स्थानों पर जगह-जगह फायर एक्सटिंग्विसर इंस्टॉल हैं. वहां के कर्मी, पुलिसकर्मी उसका इस्तेमाल करना जान जायेंगे, तो आग पर नियंत्रण आसान हो जायेगा. दुर्घटना को टाला जा सकेगा. इसी को ध्यान में रखकर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम व मॉकड्रिल का आयोजन किया गया. मॉकड्रिल के वक्त अग्निशमन विभाग के हवलदार दिनकर कुमार देव भी मौजूद थे.