बाबा नगरी में आज बरसेगा धन, पौने तीन सौ करोड़ के कारोबार का अनुमान

बाबा नगरी के पंडित संजय मिश्र ने बताया कि पंचांग के अनुसार धनतेरस के दिन दोपहर 12 बजे से रात नौ बजे तक और रात 11 बजे से लेकर अगले दिन 11 बजे तक खरीदारी का शुभ मुहूर्त है. देवघर जिले में करीब पौने तीन सौ करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 10, 2023 9:03 AM
an image

देवघर : बाबानगरी में धनतेरस का बाजार तैयार है. ज्वेलरी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रोनिक्स, मोबाइल व फर्नीचर की दुकानों व शो रूम में एडवांस बुकिंग के लिए ग्राहकों की भीड़ लग रही है. धनतेरस के दिन ही ग्राहकों ने खरीदारी की तैयारी की है. अलग-अलग सेक्टर के कारोबारियों के अनुसार, देवघर जिले में करीब पौने तीन सौ करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है. इसमें ऑटोमोबाइल सेक्टर में चारपहिया व दो पहियावाहन की सबसे अधिक 100 करोड़ रुपये की एडवांस बुकिंग हुई है. फर्नीचर में 65 करोड़, ज्वेलरी में करीब 60 करोड़ व इलेक्ट्रोनिक्स आयटम में 45 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है. इस धनतेरस व दीपावली में ग्राहकों के लिए कई ऑफर, कैश बैक, डिस्काउंट, लकी ड्रॉ और सुनिश्चित उपहार समेत इजी फाइनेंस की सुविधा दी जा रही है. ब्रांडेड ज्वेलरी के शोरूम में ग्राहकों का अधिक झुकाव रहा व तेजी से ज्वेलरी की एडवांस बुकिंग हुई है. ज्वेलरी शो रूम में मेकिंग चार्ज में भी आकर्षक छूट दी जा रही है. इस धनतेरस में मोबाइल, बर्तन, इलेक्ट्रिकल, सजावट वाला लाइट सहित पटाखे के करीब 50 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है.


आज दोपहर 12 बजे से शुरू होगा धनतेरस की खरीदारी का शुभ मुहूर्त

बाबा नगरी के पंडित संजय मिश्र ने बताया कि पंचांग के अनुसार धनतेरस के दिन दोपहर 12 बजे से रात नौ बजे तक और रात 11 बजे से लेकर अगले दिन 11 बजे तक खरीदारी का शुभ मुहूर्त है.

घर की सजावट में मेड इन इंडिया की भी लाइटें : इस बार घर व प्रतिष्ठानों को सजाने के लिए देवघर के बाजार में मेड इन इंडिया का भी झलर लाइट आया है. लिवोन व वाटर फ्रुफ रोप लाइट 500 से 450 रुपये के दर से बिक रहे हैं. इसकी लंबाई 15 मीटर तक है. इसके अलावा राइज झालर भी 40 रुपये में मीटर तक बिक रहा है.

देवघर के बाजार में ग्रीन व इको फ्रेंडली पटाखे

देवघर के बाजार में करीब 10 करोड़ रुपये के पटाखे के कारोबार का अनुमान है. इस वर्ष धनतेरस में इको फ्रेंडली व ग्रीन पटाखे भी बाजार में मंगवाये गये हैं. इको-फ्रेंडली पटाखे एक खास तरह के पटाखे हैं, जिनकी साइज छोटी है. इस पटाखे में राख व धुआं बहुत कम निकलता है, जिससे प्रदूषण का काम नुकसान है. ग्रीन पटाखों के फटने से वाष्प निकलता है, जो प्रदूषण कम करने में मदद करता है. इन पटाखों से आवाज भी कम आती है, जिससे ध्वनि प्रदूषण कम होता है. साथ ही पटाखे से निकलने वाला धुआं भी रंगीन होता है. इसके अलावा बाजार में बिग शॉट, ब्रेकआउट स्पिनर, कलर चेंजिंग अनार, 6 स्टार, वॉकलेट बम, फूलझड़ी, रॉकेट आदि भी पसंद किये जा रहे हैं.

Also Read: झारखंड में जमकर होने वाली है धनतेरस की खरीदारी, 1.52 करोड़ की कार और 24 लाख तक की बाइक बुक

Exit mobile version