मोहनपुर, श्रवण कुमार मंडल. देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र की बरमसिया गांव की राजकुमारी देवी के मरने के बाद भी उसकी बदनसीबी साथ नहीं छोड़ी. मरने के तीन दिन बाद तक घर में शव सड़ता रहा, इसके बाद ग्रामीणों उसे खाट पर ही श्मशान ले गये और दाह संस्कार कर दिया. उसे न अर्थी मिली न कफन, मुखाग्नि भी नहीं दी गयी.
मृतका राजकुमारी देवी का पति गोविंद पुजहर उसी की हत्या के आरोप में जेल हैं तथा पुत्र पश्चिम बंगाल में मजदूरी करता है. मां के दाह संस्कार हो जाने के बाद उसका पुत्र गुरुवार शाम को घर पहुंचा. दरअसल, मंगलवार को बरमसिया गांव के एक घर में 55 वर्षीय राजकुमारी देवी का शव फंदे से लटका मिला था.
इसमें बताया गया था कि पति-पत्नि के विवाद में राजकुमारी देवी ने आत्महत्या कर ली है. घटना के बाद मृतका की बेटी गुड़िया देवी ने आरोप लगाया था कि पिता गोविंद पुजहर के द्वारा मारपीट करने के कारण मां की मौत हुई है. इसके बाद पुलिस ने हत्या के आरोप में गोविंद पुजहर को हिरासत में ले लिया.
इसके बाद आक्रोश में ग्रामीण शव को जलाना नहीं चाह रहे थे. ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस मृतका के पति को छोड़े, तभी वे शव का दाह संस्कार करेंगे. इसमें दो दिन गुजर गये. वहीं तीसरे दिन परिजन व ग्रामीण महिला के शव को खाट पर रखकर बांस में खाट बांधकर श्मशान ले गये तथा दाह संस्कार कर दिया. वहीं पुत्र राकेश पुजहर गुरुवार को देर शाम में बंगाल से लौटा, तब तक उसकी सौतेली मां का दाह संस्कार हो चुका था.
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राजकुमारी देवी की हत्या के आरोप में पुलिस ने गुरुवार को गोविंद पुजहर को जेल भेज दिया है. हत्या का मामला थाना प्रभारी प्रेम प्रदीप ने अपने आवेदन पर दर्ज किया है. उन्होंने आवेदन में बताया है कि ग्रामीणों से सूचना मिली कि एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. सूचना मिलते ही एसआइ धीरेंद्र कुमार को घटनास्थल पर सत्यापन के लिए भेजा गया. वे घटनास्थल पर पहुंचे, तो देखा कि महिला का शव घाट पर पड़ा हुआ ह
उसकी दाहिनी आंख के पास चोट के निशान थे. मृतका की पुत्री गुड़िया देवी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि मारपीट के दौरान मां को चोट लग गयी है. उसको स्लाइन चढ़ रहा है. सूचना मिलते ही माइके पहुंची, तो देखा कि मां का शव पड़ा है. मृतका की पुत्री से चौकीदार ने कई बार कहा कि वह आवेदन दे, लेकिन वह नहीं आयी. इसके बाद थाना प्रभारी के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया.