देवघर : जरका वन पंचायत में अधिकतर सड़कें कच्ची, स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं होना बड़ी समस्या

पंचायत के बिराजपुर गांव में सड़क नहीं होने के कारण पगडंडी के सहारे ही लोग आवागमन करते हैं. वहीं भिखोडीह, दानरायडीह समेत कई गांवों में कच्ची सड़क के कारण बरसात के दिनों में लोग परेशान रहते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | November 24, 2023 11:17 AM

देवघर : जरका वन पंचायत में कुल 27 गांव हैं, जिसकी कुल आबादी लगभग 6,438 हैं. अनुसूचित जनजाति की आबादी 339, अनुसूचित जाति की आबादी 563 है. क्षेत्र में पांच आंगनबाड़ी केंद्र है और तीन पीडीेएस दुकानें है, जिससे 1192 राशन कार्डधारी जुड़े हुए है. पैक्स की संख्या एक है. पीएम आवासों की संख्या 623 है, जिनमें आठ लंबित है. 2602 पुरुष व 2209 महिला मिलाकर कुल मतदाताओं की संख्या 4811 है. क्षेत्र में उपस्वास्थ्य केंद्र नहीं है. लेकिन दो एएनएम क्षेत्र में काम करती हैं. पंचायत क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की बात करें तो इसकी घोर कमी है. कई गांवों में आज भी पक्की सड़क नहीं हैं. पंचायत के बिराजपुर गांव में सड़क नहीं होने के कारण पगडंडी के सहारे ही लोग आवागमन करते हैं. वहीं भिखोडीह, दानरायडीह समेत कई गांवों में कच्ची सड़क के कारण बरसात के दिनों में लोग परेशान रहते हैं. क्षेत्र में किसानों के लिए सिंचाई के साधन भी नहीं हैं. गांवों में जल नल योजना के तहत जलमीनारें तो बन गयीं हैं. लेकिन अधिकतर गांवों में बेकार पड़ी हैं. लड़के-लड़कियों की शिक्षा के लिए उच्च विद्यालय तिलकपुर समेत कई मध्य विद्यालय व प्राथमिक विद्यालय है. उच्च विद्यालय तिलकपुर में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए आइसीटी लैब, वोकेशनल क्लासेस की व्यवस्था हैं, जिसमें 1300 छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.


क्या कहते हैं मुखिया

मुखिया सुमित कुमार मंडल ने कहा पंचायत क्षेत्र के विकास को लेकर सभी गांवों में मनरेगा योजना के तहत सड़क, सिंचाई कूप, पीसीसी सड़क, बागवानी समेत कई योजनाओं के तहत कार्य कराया जा रहा हैं. कई गांवों में सड़कें कच्ची हैं. सड़कों का निर्माण कराने का प्रयास किया जा रहा हैं. लेकिन पंचायत में एक भी स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं होने के कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा हैं.

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