बैजुकुरा पंचायत के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र आज भी मूलभूत सुविधाओं की कमी झेल रहे हैं. पंचायत में एक अदद उपस्वास्थ्य केंद्र तक नहीं होने के कारण ग्रामीणों को इलाज के लिए 8-10 किमी का सफर तय कर सारवां सीएसची जाना पड़ता है. पंचायत में दो जोरिया है. लेकिन समुचित सिंचाई प्रबंधन का अभाव रहने के कारण किसान कुओं से अपनी खेतों में पटवन करते हैं. इस पंचायत में 5019 मतदाता है, जिनके लिए छह मतदान केंद्र हैं . पंचायत के बच्चों की शिक्षा के लिए नौ स्कूल हैं, जिसमें एक उत्क्रमित उच्च विद्यालय, यूएमएस दो व पांच प्राथमिक विद्यालय हैं. इन स्कूलों में 1177 छात्र-छात्राएं पठन-पाठन का काम करते हैं, जिसके लिए कुल 26 शिक्षक हैं. इनमें सरकारी शिक्षक छह व सहायक अध्यापक 20 हैं. वहीं पंचायत में राशन कार्डधारी लाभुकों की संख्या 1232 है, जिसमें अन्नपूर्णा और अंत्योदय कार्डधारी शामिल है. पंचायत के गांवों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जलमीनार के साथ चापाकल की सुविधा है. आवागमन के लिए पंचायत क्षेत्र के गाव मुख्य सड़क से जुड़े हुए हैं. बच्चों के लिए पंचायत में पांच आंगनबाड़ी केंद्र भी है, जहां बच्चों को पूरक आहार के साथ गर्भवती, धात्री व किशोरी को पोषक आहार दिये जाते हैं. पंचायत में 452 पीएम आवास स्वीकृत हुए है, जिसमें 413 पूर्ण हो चुके है और 39 अधूरे है. वहीं छह आंबेडकर आवासों की स्वीकृति मिली है, जिसमें तीन का कार्य पूरा हो चुका है.
पंचायत की मूलभूत समस्याओं में सबसे बड़ी समस्या स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी होने का है. विशेष कर बरसात के दिनों में प्रसव के साथ अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. कोई उद्योग धंधा नहीं होने के कारण खेती पर ही लोग निर्भर हैं, जिसमें सिंचाई की समस्या आड़े आती है. हालांकि पंचायत के विकास के लिए अनेक योजनाएं नियमित चलायी जा रही है.
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