देवघर : प्रतिबिंब ऐप कैसे कस रहा है साइबर अपराधियों के ऊपर नकेल, जानिए पूरा मामला
17 नवंबर को एक मोबाइल नंबर को ट्रैक कर पंकज कुमार और पंकज दास को गिरफ्तार किया गया. इस घटना के बाद 18 नवंबर को छह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. इसमें उत्तम दास, अनिल दास, उमेश दास, विक्रम दास, अंकित कुमार कापरी और पिंकल कापरी शामिल हैं.
अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) द्वारा साइबर अपराधियों को ट्रैक करने के लिए तैयार प्रतिबिंब एप का ट्रायल देवघर में सफल रहा है. देवघर पुलिस ने इस एप के सहयोग से साइबर अपराधियों को ट्रैक करते हुए सात नवंबर से लेकर 20 नवंबर तक कुल 19 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन साइबर अपराधियों के पास से कुल 37 मोबाइल, 58 सिम कार्ड, आठ एटीएम, एक लैपटॉप, दो पासबुक और एक चेकबुक बरामद किया गया है.सीआइडी डीजी अनुराग गुप्ता की रिपोर्ट के अनुसार, सात नवंबर को सबसे पहले पुलिस को एक साइबर अपराधी का मोबाइल नंबर मिला था. इसके आधार पर प्रतिबिंब एप के जरिये ट्रैक कर सबसे पहले जमुआ निवासी उमेश राणा को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद रंगामाटिया निवासी मुकेश यादव और सोनारायठाढ़ी निवासी कपिल भंडारी को गिरफ्तार किया गया. फिर नौ नवंबर को बबलू महार और समीर शेख पकड़े गये. इसी तरह 11 दिसंबर को एक मोबाइल नंबर को ट्रैक कर चंदन कुमार दास, 14 नवंबर को विष्णु दास और 16 नवंबर को एक मोबाइल नंबर को ट्रैक कर तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें बाबूलाल दास, राजेश कुमार यादव और रमेश यादव शामिल हैं. जबकि 17 नवंबर को एक मोबाइल नंबर को ट्रैक कर पंकज कुमार और पंकज दास को गिरफ्तार किया गया. इस घटना के बाद 18 नवंबर को छह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. इसमें उत्तम दास, अनिल दास, उमेश दास, विक्रम दास, अंकित कुमार कापरी और पिंकल कापरी शामिल हैं. जबकि 20 नवंबर को अविनाश रवानी को गिरफ्तार किया गया था.
कैसे काम कर रहा है प्रतिबिंब एप
जब पुलिस को किसी साइबर ठगी की घटना में शामिल आरोपी का मोबाइल नंबर मिलता है, तब इस नंबर को प्रतिबिंब एप में फीड कर दिया जाता है. इसके बाद प्रतिबिंब एप पुलिस को साइबर अपराधी को ट्रैक कर उसके लोकेशन के बारे में पूरी जानकारी देता है. इसके बाद पुलिस की टीम लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लेती है.