देवघर : रिटायर हो चुके स्वास्थय कर्मियों ने अब तक खाली नहीं किया सरकारी क्वार्टर, सिविल सर्जन ने उठाया ये कदम

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविंद्रर सिंह सिविल सर्जन कार्यालय में करीब चार साल पहले लेखा प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे. लेकिन चार साल पूर्व उनका दूमका स्थानातंर हो गया, बावजूद यहां क्वार्टर पर आज भी कब्जा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 30, 2023 6:00 AM

देवघर स्वास्थ्य विभाग के सरकारी क्वार्टर पर सेवानिवृत कर्मचारी व स्थान्तरित स्वास्थ्य कर्मियों का कब्जा जमा हुआ है. जिसे खाली करने के लिए सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा ने सभी को पत्र लिखा है. यह क्वार्टर सिविल सर्जन कार्यालय के पीछ़े डाॅक्टरों के क्वार्टर और अस्पताल परिसर स्थित क्वार्टर है. मामले को लेकर सिविल सर्जन डाॅ रंजन सिन्हा ने बताया कि पांच डॉक्टर बाहर से आये हैं, ऐसे में सभी डॉक्टरों को क्वार्टर उपलब्ध कराया जाना है, जबकि डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के क्वार्टर में सेवानिवृत कर्मियों व स्थान्तरित स्वास्थ्य कर्मियों जमे हुए है, उसे खाली करने के लिए पत्र दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसमें डॉक्टर क्वार्टर में स्थान्तरित डॉ दिवाकर पासवान, लेखा प्रबंधक रविंदर सिंह, तथा मृत प्रधान लिपीक अनुप बर्मा के परिजन और स्वास्थ्य कर्मियों के क्वार्टर में सेवा निवृत एएनएम कुमकुम कुमारी और सरला सिन्हा है, जाे अब भी क्वार्टर में जमे हुए है. इसे लेकर पत्र भेज कर खाली करने को कहा गया है, ताकि बाहर से आये चिकित्सकों को क्वार्टर उपलब्ध कराया जा सके. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविंद्रर सिंह सिविल सर्जन कार्यालय में करीब चार साल पहले लेखा प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे. लेकिन चार साल पूर्व उनका दूमका स्थानातंर हो गया, बावजूद यहां क्वार्टर पर आज भी कब्जा है. इसे लेकर इसके पूर्व भी कई सिविल सर्जन ने क्वार्टर को खााली काराने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने खाली नहीं करा पाये. इस बार भी सिविल सर्जन ने पहल किया है, अब खाली होता है या नहीं यह कहा नहीं जा सकता है.


सिविल सर्जन ने जसीडीह सीएचसी में किया ऑपरेशन

जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम तथा फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बुधवार को देवघर सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा खूद से जसीडीह पहुंचकर बंध्यकरण व एनएसभी किया है. इस दौरान जसीडीह के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत अन्य चिकत्सक व अन्य स्वास्थ्य डटे रहे. सिविल सर्जन डाॅ रंजन सिन्हा ने बताया बुधवार को जसीडीह सीएचसी में दो बंध्याकरण, दो एनएसभी और दो हाइड्रोसिल का ऑपरेशन किये जाने को लेकर समय तय था. लेकिन सर्जन की अन्य ड्यूटी होने के कारण सिविल सर्जन खूद जसीडीह सीएचसी पहुंच कर सभी का ऑपरेशन किया. जानकारी अनुसार सिविल सर्जन अचानक जसीडीह पहुंचा और सीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी को ओटी तैयार कर सभी मरीजों को सिप्ट करने को कहा. इसके बाद अन्य चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने सभी प्रकार की तैयारी पूरा किया. इसके बाद सिविल सर्जन ने जसीडीह क्षेत्र के दो महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन, दो पुरूषों का एनएसभी तथा दो हाइड्रोसिल मरीजों का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया. किया है. मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विश्वनाथ चौधरी, डॉ रश्मि, अनुप झा, चंदन कुमार समेत अन्य थे.

Also Read: झारखंड: पीएम नरेंद्र मोदी 30 नवंबर को देवघर एम्स में 10 हजारवें पीएम जन औषधि केंद्र का करेंगे ऑनलाइन उद्घाटन

Next Article

Exit mobile version