KYC अपडेट करने के नाम पर खाता खाली करने वाले 16 साइबर क्रिमिनल्स गिरफ्तार

Cyber Crime, Jharkhand News, KYC Update: साइबर क्राइम का गढ़ बन चुके झारखंड में पुलिस ने भी ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है. जहां भी साइबर क्रिमिनल्स के होने की सूचना मिलती है, पुलिस उनकी गिरफ्तारी में जुट जाती है. खासकर देवघर जिला की पुलिस. 28-29 अक्टूबर, 2020 की दरम्यानी रात को छापामारी कर पुलिस की दो टीमों ने 16 साइबर क्रिमिनल्स को धर दबोचा है. पूछताछ में इन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2020 8:27 PM
an image

देवघर : साइबर क्राइम का गढ़ बन चुके झारखंड में पुलिस ने भी ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है. जहां भी साइबर क्रिमिनल्स के होने की सूचना मिलती है, पुलिस उनकी गिरफ्तारी में जुट जाती है. खासकर देवघर जिला की पुलिस. 28-29 अक्टूबर, 2020 की दरम्यानी रात को छापामारी कर पुलिस की दो टीमों ने 16 साइबर क्रिमिनल्स को धर दबोचा है. पूछताछ में इन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं.

देवघर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अश्विनी कुमार सिन्हा ने गुरुवार (29 अक्टूबर, 2020) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पत्रकारों क यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ साइबर अपराधी खास इलाकों में मौजूद हैं. इसी सूचना के आधार पर उन्होंने प्रशिक्षु आइपीएस कपिल चौधरी एवं पुलिस उपाधीक्षक मंगल सिंह जमुदा के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया.

इन दोनों टीमों ने ग्राम पंचरूखी थाना मार्गोमुंडा एवं मधुपुर थाना अंतर्गत ग्राम नवापाथरो एवं मंदरिया में छापामारी कर की. छापामारी के दौरान इन लोगों ने कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया. ये सभी साइबर क्रिमिनल हैं. ये लोग बैंक अधिकारी बनकर KYC UPDATE (केवाइसी अपडेट) करने के नाम पर या IDENTIFY THEFT (आपकी जानकारी चुराकर) या VISHING CALL (विशिंग कॉल) के माध्यम से साइबर अपराध करते थे.

Also Read: घरेलू रसोई गैस की बुकिंग का नंबर बदल गया, नोट कर लें नया नंबर 7718955555

गिरफ्तार किये गये साइबर अपराधियों के पास से 44 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. इसके अलावा इन लोगों के पास से 60 सिम कार्ड, 20 पासबुक, 24 एटीएम कार्ड, 2 चेक बुक, 2 मोटरसाइकिल, एक चार पहिया वाहन, 3 माइक्रो एटीएम, 1 स्वाइप मशीन (Swipe Machine), 2 फन-पे क्यूआर कोड (PhonePe QR Code) और एक लैपटॉप बरामद किया गया है.

क्या है VISHING CALL

साइबर अपराधियों का यह अलग तरह का हथियार है. इसके तहत शातिर साइबर क्रिमिनल्स सोशल इंजीनियरिंग के जरिये आपको फंसाते हैं. ये बातों बातों में आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर लेते हैं. मसलन, बैंक खाता नंबर, एटीएम का पासवर्ड या इंटरनेट बैंकिंग का पासवर्ड इत्यादि. ये लोगों से कहते हैं कि उनका खाता ब्लॉक हो गया है. वह बैंक के अधिकारियों से मिलें या चाहें, तो वह (साइबर क्रिमिनल) उनकी मदद कर सकता है. यदि सामने वाला उसकी मदद लेने के लिए तैयार हो गया, तो उसके बैंक अकाउंट को ये लोग साफ कर देते हैं.

Also Read: Eid Milad-un-Nabi 2020: रांची में ऐसे मनी ईद मिलाद-उन-नबी, जानें जश्न की तारीख, इतिहास और महत्व

Posted By : Mithilesh Jha

Exit mobile version