देवघर: देवघर नगर थानांतर्गत रांगा मोड़ से आठ अप्रैल की रात हुई बोलेरो वाहन चोरी मामले का पुलिस ने दो सप्ताह में उद्भेदन कर लिया. इस दौरान चोरी हुआ बोलेरो वाहन सहित घटना में प्रयुक्त एक स्विफ्ट कार को पुलिस ने बरामद करते हुए अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के दो सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है. इस संबंध में नगर थाने में आयोजित प्रेसवार्ता में एसडीपीओ ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि कांड के अनुसंधान में देवघर पुलिस को जानकारी हुई कि इस कांड में बिहार के अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह की संलिप्तता है.
ऐसे हुई गिरफ्तारी
इसके बाद उनके नेतृत्व में बिहार के मुंगेर जिले के तारापुर थाना क्षेत्र में वहां की पुलिस की मदद से छापेमारी कर वाहन चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया. इनमें तारापुर थाना क्षेत्र के गाजीपुर बिचला मुहल्ला निवासी मो शहंशाह व मुंगेर के ही संग्रामपुर थाना क्षेत्र के चकेली गांव निवासी रतन कुमार शामिल है. इन दोनों की निशानदेही पर छापेमारी टीम ने चोरी हुई बोलेरो गाड़ी सहित कांड में प्रयुक्त एक स्विफ्ट कार बरामद किया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इसी स्विफ्ट कार से वे लोग बोलेरो चोरी करने आये थे.
आठ अप्रैल की रात मनोज कुमार की बोलेरो हुई थी चोरी
आठ अप्रैल की रात में रांगा मोड़ से मनोज कुमार की बोलेरो चोरी हुई थी. उक्त बोलेरो पर बिहार का फर्जी नंबर प्लेट लगाकर आरोपियों ने रखा था. दोनों आरोपियों ने बताया कि इनलोगों के अलावा दो और सदस्य गिरोह में हैं, जो फिलहाल फरार चल रहे हैं. उन दोनों ने यह भी बताया कि 26 मार्च की रात में नगर थाना क्षेत्र के बेलाबगान इलाके से एक बोलेरो गाड़ी चोरी कर चुके हैं. उक्त बोलेरो सहित गिरोह के दोनों फरार चल रहे सदस्यों की तलाश में देवघर पुलिस की छापेमारी जारी है. दोनों आरोपियों का मोबाइल फोन भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. छापेमारी टीम में नगर थाने के एसआई धर्मवीर भगत, दिलीप मुंडा व नगर थाना रिजर्व गार्ड के सशस्त्र बल शामिल थे.
बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल से चुराते थे गाड़ी
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया कि बिहार, झारखंड सहित पश्चिम बंगाल के शहरों से चारपहिया गाड़ी की चोरी करते हैं. चोरी के बाद उन गाड़ियों को बिहार में अवैध शराब कारोबारियों के पास बिक्री करते है और वे लोग फर्जी नंबर लगाकर गाड़ी उक्त अवैध धंधे में चलवाते हैं. ताकि पकड़े जाने पर उनलोगों की पहचान नहीं हो सके. वहीं अगर पुरानी गाड़ियां रहती है, तो उसके अलग-अलग पार्ट्स खोलकर बिक्री करते हैं. आरोपितों ने बताया कि काफी दिनों से वे सभी तीनों राज्यों के अलग-अलग शहरों से चारपहिया गाड़ी की चोरी कर रहे थे.