देवघर रिंग रोड को केंद्र से मिली दो हजार करोड़ रुपये की मंजूरी, मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ेगा यह फोरलेन
55वीं नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप की बैठक में देवघर को केंद्र की ओर से तोहफा मिला है. दरअसल, केंद्र ने देवघर रिंग रोड को दो हजार करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है. पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत इंडस्ट्रीज पार्क भी डेवलप होगा.
Deoghar News: देवघर रिंग रोड के लिए केंद्र से दो हजार करोड़ रुपये की मंजूरी मिल गयी है. यह रिंग रोड देवघर एयरपोर्ट, देवघर एम्स, खोरीपानन होते हुए देवघर-दुमका फोरलेन से जुड़ जायेगा. यह देवघर शहर का बाइपास भी होगा. दिल्ली में गुरुवार को 55वीं नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की बैठक उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के विशेष सचिव सुमिता डावरा की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, रेल मंत्रालय, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, बिजली मंत्रालय, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, दूरसंचार विभाग के अधिकारी सहित नीति आयोग के सदस्यों ने हिस्सा लिया. बैठक में पीएम गतिशक्ति योजना के विभिन्न लाभों पर भी प्रकाश डाला गया, जिसमें एनपीजी ने 8706 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत वाली तीन सड़क परियोजनाओं की मंजूरी दी. इसमें देवघर रिंग रोड मुख्य रूप से शामिल है.
इंडस्ट्रियल पार्क की मिलेगी सुविधा
बैठक में कहा गया कि देवघर रिंग रोड देवघर शहर का बाइपास होगा, जिससे शहर में यातायात की भीड़ कम होने और स्थानीय इंडस्ट्रियल पार्क व इंडस्ट्रियल ग्रुप को सुविधा होगी. रिंग रोड के बनने से परिवहन को लाभ मिलेगा. साथ ही कृषि-उत्पाद, कोयला, चूना पत्थर, लौह अयस्क से तैयार उत्पादों, स्टील, सीमेंट और पावर इंडस्ट्रीज को लाभ होने की उम्मीद है. कुल 65 किलोमीटर का यह रिंग रोड तीन नेशनल हाइवे को कनेक्ट करेगी, इसकी शुरुआत एनएच 114ए सारवां रोड से शुरू होकर देवघर एयरपोर्ट व एम्स को जोड़ते हुए खोरीपानन के पास एनएच 333 व दर्दमारा होते हुए मोहनपुर में एनएच 133 व वापस दुमका रोड में एनएच 114ए को कनेक्ट कर देगी.
इस रिंग रोड का टेंडर निकल चुका है. टेंडर प्रक्रिया अब पूरी होने की स्थिति में है. भूमि अधिग्रहण का काम भी तेजी से किया जा रहा है. इसके अलावा पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत बंगाल व मेघालय में दो सड़क परियोजनाओं के लिए भी राशि की मंजूरी दी गयी. इसमें मेघालय स्थित धुबरी पुल – गोएराग्रे मार्ग है. यह निर्माणाधीन फोरलेन धुबरी-फुलबारी पुल को जोड़ेगी व तीसरी सड़क खड़गपुर-मोरेग्राम मार्ग है. यह मार्ग के बनने से खड़गपुर से सिलीगुड़ी के बीच की कुल दूरी 112 किमी कम हो जायेगी.
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65 किलोमीटर लंबा होगा रिंग रोड
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पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत इंडस्ट्रीज पार्क भी होगा डेवलप
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शहर में यातायात पर कम होगा लोड
क्या कहते हैं गोड्डा सांसद
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि 55वीं नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप की बैठक में पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत देवघर रिंग रोड को दो हजार करोड़ की मंजूरी मिल गयी है. देवघर रिंग रोड इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. देवघर एम्स व एयरपोर्ट जुड़ने के साथ-साथ इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में डेवलेप होगा. मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी से देवघर का बिहार, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से औद्योगिक कनेक्टिविटी बढ़ेगी व रोजगार मिलेगा.