मोहनपुर थाना क्षेत्र में देवघर-दुमका मुख्य पथ पर बाराकोला गांव के पास स्कॉर्पियो से कुचलकर बाइक सवार दो लोगों की मौत के बाद बवाल व सड़क जाम करने के मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. इस मामले में मोहनपुर बीडीओ डॉ विवेक किशोर व थाना प्रभारी प्रेम प्रदीप के आवेदन पर थाना क्षेत्र के मोरने गांव निवासी दो दर्जन नामजद व 150 अज्ञात लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने व पुलिस के साथ मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया है.
थाना प्रभारी ने बताया कि सड़क दुर्घटना के बाद करीब 150 से अधिक संख्या में उपद्रवियों आये और पुलिस के साथ मारपीट, पथराव किये. साथ ही पुलिस कस्टडी से दुर्घटनाग्रस्त वाहन को ले जाकर तोड़फोड़ की गयी. साथ ही पुलिस पर जानलेवा हमला किया गया. इस दौरान एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को चोट आयी है. घटना के दौरान सभी उपद्रवियों का वीडियो बनाया गया है, जिससे उसकी पहचान की जा रही है. पुलिस ने बताया कि चार उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया गया है.
मोरने गांव के दो व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में मौत होने की खबर पाकर 100 से अधिक संख्या में ग्रामीण पहुंचे और पुलिस पर आरोप लगाया कि शव को क्यों सदर अस्पताल भेज दिया. इस बात को लेकर पुलिस और ग्रामीणों में नोक=झोंक शुरू हो गयी. देखते ही देखते ग्रामीण काफी आक्रोश में आ गये. मोहनपुर थाना प्रभारी सहित पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने लगे. दुर्घटनाग्रस्त वाहन को जलाने का प्रयास करने लगे. किसी तरह पुलिस ने रोका तो गाड़ी में ही तोडफोड़ करने लगे.
पुलिस कस्टडी से दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो व बाइक को जबरन उग्र ग्रामीण करीब आठ किलोमीटर दूर चंदना ठाढ़ी मोड़ ले गये. वहीं बीच सड़क में रखकर उनलोगों ने दोबारा सड़क जाम कर दिया. ग्रामीण इतने आक्रोश में थे कि दुर्घटनाग्रस्त एक ट्रक को ले जा रहे क्रेन को जबरन रोक लिया व उसी से वे लोग दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो को लेकर चंदना ठाढ़ी मोड़ पहुंचे. स्कॉरपियो ले जाते ग्रामीणों को पुलिस नहीं रोक सकी.
अगर घटनास्थल से पुलिस स्कॉर्पियो नहीं ले जाने देती, तो बाद में फिर दो घंटे तक सड़क जाम नहीं होता. हालांकि घटनास्थल पर पहले सिर्फ मोहनपुर थाना प्रभारी व कम संख्या में पुलिस बल थे. इसकी खबर पाकर बीडीओ विवेक किशोर, सीओ सुप्रिया भगत, रिखिया थाना प्रभारी, कुंडा थाना प्रभारी, सोनारायठाढ़ी थाना प्रभारी, देवघर यातायात पुलिस की टीम पहले पहुंची. बाद में करीब 3:45 बजे एसडीपीओ पवन कुमार व काफी संख्या में पुलिस बल चंदना ठाढ़ी मोड़ पहुंचे.
वहां ग्रामीण बीच सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो रखकर लाठी-डंडे से क्षतिग्रस्त कर रहे थे. इसके बाद ही पुलिस ने सख्ती बरतने का मूड बनाया. आसपास के लोगों को हटाकर पुलिस ने लाठी भांजी, तब भीड़ में शामिल लोग भागने लगे. हालांकि उस दौरान ग्रामीणों ने पत्थरबाजी कर पुलिस का सामना करने का प्रयास किया, किंतु वे लोग नहीं टिक सके. इस दौरान पुलिस ने उपद्रव करने वाले कुछ ग्रामीणों को पकड़ा भी है.