देवघर रोपवे हादसा: बेहद चुनौतीपूर्ण था रेस्क्यू ऑपरेशन, एयरफोर्स ने भरी थी 26 घंटे में 28 उड़ानें
देवघर त्रिकूट रोपवे हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन कितना चुनौतीपूर्ण था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंडियन एयरफोर्स 28 उड़ानें भरी थी. इसमें एमआइ-17वी5 और एलएएच एमके-03 नामक हेलीकॉप्टर भी शामिल थे
देवघर: त्रिकूट रोपवे हादसे के दौरान ट्रॉली में फंसे लोगों को बचाने में इंडियन एयरफोर्स को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. एयरफोर्स ने 26 घंटे के एयर अॉपरेशन में छोटी-छोटी 28 उड़ानें भरी थी. 28 उड़ानों में गरुड कमांडो और एयरफोर्स के जवानों ने 11 व 12 अप्रैल को 35 लोगों को रेस्क्यू किया था.
एयरफोर्स के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट के अनुसार एयरफोर्स ने त्रिकूट हिल्स रोपवे पर फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए एमआइ-17वी5 और एलएएच एमके-03 नामक हेलीकॉप्टर उतारे थे. इस अॉपरेशन में एयरफोर्स को 26 घंटे लगे. एयरफोर्स ने ट्विट के जरिये ही सार्वजनिक किया है कि यह अॉपरेशन कितना चुनौतीपूर्ण था. कितनी मशक्कत करनी पड़ी थी. एयरफोर्स ने इस रेस्क्यू में जिन दो लोगों ने अपनी गंवायी. उनकी मौत पर इंडियन एयरफोर्स ने गहरा अफसोस भी प्रकट किया है.
त्रिकूट रोपवे में घायल 14 लोग सदर अस्पताल से बिना डिस्चार्ज के ही चले गये
त्रिकूट रोपवे हादसे में तीन दिनों तक रेस्क्यू कर निकले गये लोगों में कुल 49 महिला व पुरुषों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. इसमें दो महिला व एक एक पुरुष की मौत हो गयी थी. घटना के बाद देर रात को ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल के सभी डॉक्टरों के साथ कर्मियों घायलों के इलाज में तैनात रहे. साथ ही सभी को भर्ती कर इलाज भी किया गया.
इस दौरान घायलों में से 14 लोग अस्पताल से बगैर डिस्चार्ज कराये ही चले गये. अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार बगैर डिस्चार्ज किये गये लोगों में दरभंगा का एक, मुजफ्फरपुर के चार, देवघर बसडीहा का एक, भागलपुर के पांच, मुंगेर का एक और सितामढ़ी का एक व्यक्ति शामिल है.
Posted By: Sameer Oraon