Jharkhand news: देवघर सत्संग आश्रम के तीसरे गुरु श्रीश्री आचार्य देव बड़ दा (आचार्य अशोक रंजन चक्रवर्ती) का पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर मिशन अस्पताल में गुरुवार को निधन हो गया. आचार्य देव कई दिनों से बीमार चल रहे थे. आश्रम से मिली जानकारी के अनुसार, वे 89 साल के थे. पिछले दो माह से मिशन अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था. उनके निधन की सूचना मिलते ही दुर्गापुर में लाखों की संख्या में अनुयायी जुट गये. आश्रम के मलय सरकार ने बताया कि बड़ दा के निधन की खबर पर बंगाल सरकार ने गुरुवार को सरकारी अवकाश की घोषणा कर सीएम ममता बनर्जी ने गुरुजी के प्रति शोक संवेदना प्रकट की.
निधन के बाद आचार्य देव की शव यात्रा दुर्गापुर में अस्पताल परिसर से निकाली गयी. इसमें करीब एक लाख अनुयायी शामिल होकर अपने गुरु को रोते हुए विदा किये. शवयात्रा को दुर्गापुर स्थित सत्संग आश्रम की शाखा श्यामपुर मंदिर आश्रम ले जाया गया. वहां पर अंतिम संस्कार के लिए पहले से पूरी तैयारी की गयी थी. श्रीश्री आचार्य देव को ज्येष्ठ पुत्र अरकोद्वति चक्रवर्ती उर्फ बबॉय दा ने मुखाग्नि दी.
श्रीश्री आचार्य देव आश्रम के तीसरे गुरु थे. इन्होंने 1994 में गुरु की गद्दी संभाली थी. शिष्यों के प्रति इनका लगाव व शिष्यों के लिए दिन-रात चिंतन की वजह से देश-विदेश में गुरु परिवार की प्रतिष्ठा को बढ़ाने में सफलता पायी. आश्रम के आयोजन में वो स्वयं हरेक छोटी-बड़ी जानकारी लेकर पूरी तरह से संतुष्ट होते थे. आश्रम से जुड़े हरेक शिष्यों के बारे में जानकारी लेते रहते थे. परिवार में पत्नी के अलावा ज्येष्ठ पुत्र, मंझले पुत्र अनिंदोद्वति चक्रवर्ती उर्फ बिंकी दा व अनिरुद्ध चक्रवर्ती उर्फ सिपाई दा एवं अन्य बंधु बांधव में शोक की लहर है़
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सत्संग आश्रम के मलय सरकार के अनुसार, गुरुदेव का इलाज कई दिनों से दुर्गापुर मिशन अस्पताल में चल रहा था. दो माह पांच दिन पहले श्रीश्री आचार्य देव उर्फ बड़ दा को मिशन अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था. जिसके कारण करीब-करीब परिवार का पूरा सदस्य दुर्गापुर में ही रहकर उनका इलाज करा रहे थे. कोविड के नियमों का पालन करते हुए लोगों से लगातार भीड़ नहीं लगाने के लिए अपील की जा रही थी. आश्रम से मिली जानकारी के अनुसार, आश्रम में होने वाले हर तरह के अनुष्ठान को तत्काल स्थगित कर दिया गया है़
बड़ दा के निधन के उपरांत गद्दी पर अगले गुरु के तौर पर ज्येष्ठ पुत्र होने के नाते अरकोद्वति चक्रवर्ती उर्फ बबॉय दा को आसीन किया जा सकता है. आश्रम के सूत्रों की मानें, तो इस पर परिवार में सामूहिक निर्णय लेने के बाद गद्दी पर बैठने वाले चौथे गुरु के नाम की विधिवत घोषणा की जायेगी. इसमें अभी कम से कम 15 दिन का समय लग सकता है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर आचार्य देव के निधन पर संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि देवघर सत्संग आश्रम के आचार्य देव अशोक रंजन चक्रवर्ती को नि:स्वार्थ भाव से समाज सेवा के लिए हमेशा याद किया जायेगा. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय व सशक्तीकरण के लिए काम किया. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके अनुयायियों के साथ है.
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बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने भी सत्संग आश्रम, देवघर के आचार्य देव श्रीश्री बड़ दा (अशोक रंजन चक्रवर्ती) के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. कहा कि उनका निधन पूरी दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है. मैं उनके निधन पर उनके परिवार व अनुयायियों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती हूं.
Posted By: Samir Ranjan.