प्रतिनिधि,चितरा.
जो सच्चे मन से भागवत कथा का श्रवण करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. उक्त बातें श्री श्री 1008 लक्ष्मी गणेश महायज्ञ के दौरान रविवार की रात्रि को प्रसिद्ध भागवत कथा वाचिका राधा स्वरूपा सुश्री अनन्या शर्मा ने अपने प्रवचन में कहीं. उन्होंने कहा कि लोभ, मोह व क्रोध की रस्सी छोड़ने के बाद ही भगवान मिल सकते हैं. कथा को कथा की तरह ही सुनना चाहिए. कहा कि मनुष्य को बिना किसी छल कपट के भक्ति करनी चाहिए. बनावटीपन भगवान को पसंद नहीं है. श्रीमद्भागवत कथा सुनने मात्र से सारे दुख समाप्त हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि भगवान का जो स्वरूप है, वही भागवत पुराण है. श्रीमद्भागवत कथा मणि के समान है. यह कथा देवताओं के लिए भी दुर्लभ है. भगवान ही एकमात्र सत्य हैं. उन्होंने वर्तमान समय की चर्चा करते हुए कहा कि इस संसार में आजकल सभी व्यक्ति दुखी हैं. कोई तन से दुखी है तो कोई मन से दुखी है तो कोई धन से दुखी है. यहां सुखी एकमात्र सिर्फ भगवान राम के दास हैं. कहा कि जीवन में सच्चा आनंद भगवान के नाम में है. साथ ही उन्होंने कहा कि आज लोग अपने बच्चों को संस्कार नहीं देते हैं. जिससे बच्चे गलत संगति में पड़ जाते हैं और गलत कार्य करते हैं. उन्होंने कथा के दौरान एक बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां दीं. उन्होंने हमने आंगन नहीं बुहारा कैसे आयेंगे भगवान..चंचल मन को नहीं संवारा कैसे आयेंगे भगवान…., राधे राधे जपा करो कृष्ण रस पिया करो समेत अन्य भजन प्रस्तुत श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. साथ ही छाया रानी दास व टीम के द्वारा बाउल प्रस्तुत किया. इसके अलावे बापी धीवर व तापस धीवर द्वारा भक्ति जागरण प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर कोलियरी के महाप्रबंधक ए आनंद सहित अन्य अधिकारी व यज्ञ समिति चितरा ट्रस्ट के सभी सदस्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है