देवघर : साल के पहले दिन बाबा मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. सोमवार होने के कारण विभिन्न प्रांतों से बड़ी तादाद में भक्त बाबा पर जलार्पण के लिए पहुंचे थे. साल की शुरुआत बाबा की पूजा से करने की चाह लिये 31 दिसंबर की देर रात से ही भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गयी थी. सुबह मंदिर पट खुलते ही रूट लाइन बाबा बैद्यनाथ के जयघोष से गूंजने लगी. पट खुलने के साथ ही बाबा की कांचा जल पूजा की गयी. उसके बाद सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा ने बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से सरदारी पूजा संपन्न की. वहीं, कतार शुरू होने के बाद भी लगे भक्तों को गर्भगृह तक पहुंचने में घंटों लग रहे थे. इधर, भीड़ के कारण कई बार अव्यवस्था देखने को मिली. अत्यधिक भीड़ होने के कारण दोपहर दो बजे के बाद से ही शीघ्रदर्शनम कूपन बंद करना पड़ा. देर रात करीब 10 बजे तक भक्तों की कतार जलार्पण के लिए लगी थी. सोमवार को करीब डेढ़ लाख से अधिक भक्तों ने बाबा की पूजा-अर्चना की, वहीं, 500 रुपये की दर से 8027 श्रद्धालुओं ने शीघ्रदर्शन कूपन का लाभ लिया.
नव वर्ष को लेकर मंदिर की व्यवस्था पर नजर रखने के लिए डीसी सह मंदिर प्रशासक विशाल सागर एसडीओ सह मंदिर प्रभारी दीपांकर चौधरी स्वयं बाबा मंदिर में घंटों कंट्रोल रूम से सीसीटीवी के माध्यम से व्यवस्था पर नजर बनाये हुए थे. जैसे ही दोनों अधिकारी मंदिर से निकले व्यवस्था गड़बड़ाने लगी. शीघ्रदर्शनम कूपन वाले रास्ते में पुलिस द्वारा कंट्रोल करने में विफल होने के कारण प्रशासनिक भवन का गेट खुलते ही लोग एक-दूसरे पर चढ़ते दिखे. कुछ देर में ही एएसआई श्याम कुमार ने स्थिति को कंट्रोल किया.
बाबा मंदिर, देवघर में श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ थी कि मंदिर परिसर में पैर रखने की जगह नहीं थी. वहीं, अफरातफरी के कारण सुविधा केंद्र में शीघ्रदर्शनम कूपन के लिए बनाये गये होल्डिंग प्वाइंट की बैरिकेडिंग भी टूट गयी. दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मानसरोवर स्थित फूट ओवरब्रिज में दो श्रद्धालु व एक बच्चे की तबीयत बिगड़ जाने के कारण कतार में खड़े लोगों के बीच अफरातफरी मच गयी. इस बीच एक भक्त ने ओवरब्रिज का छप्पर तोड़ा, जिसके बाद तीनों को सही सलामत निकाला गया. स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें उपचार के लिए भेजा गया.
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