Jharkhand News (देवघर) : झारखंड के देवघर जिला अंतर्गत मोहनपुर ब्लॉक में पिछले दिनों मनरेगा में गबन के बाद 50 लाख की रिकवरी होने के बावजूद गड़बड़ियां थमने का नाम नहीं ले रही है. चालू वित्तीय वर्ष में इस ब्लॉक के मोरने पंचायत स्थित माेरने गांव में लाभुक तबारक अंसारी की जमीन पर मनरेगा सिंचाई कूप की मात्र 20 फीट खुदाई कर 1,87,258 रुपये की निकासी कर ली गयी है.
इसका खुलासा मनरेगा के वेबसाइट के ऑनलाइन रिपोर्ट से हुआ है. इस मामले की शिकायत मिलने पर डीडीसी संजय कुमार सिन्हा ने सीनियर पदाधिकारी और बीडीओ को जांच का निर्देश दिया है. इस मामले में डीडीसी ने जल्द जांच रिपोर्ट मांगी है.
शिकायत यह है कि इस सिंचाई कूप की 10 फीट की खुदाई JCB मशीन से की गयी है. इसके बाद शेष 10 फीट का काम मजदूरों से कराया गया है. मजदूरों के माध्यम से महज 10 फीट की खुदाई कर उनके नाम से मस्टर रौल तैयार कर करीब एक लाख रुपये से अधिक की निकासी कर ली गयी है.
मोरने समेत मोहनपुर ब्लॉक के कई अन्य पंचायतों में भी मनरेगा के सिंचाई कूप व पशु शेड में गड़बड़ी हुई है. कई गांवों में बरसात के दिनों में कुआं अधूरे में धंस गया है और मजदूरी मद की पूरी राशि की निकासी कर ली गयी है. कई जगह JCB मशीन से मनरेगा कूप की खुदाई से 10 से 15 फीट तक करने के मामले सामने आये हैं.
पिछले दिनों प्रशिक्षु IAS संदीप मीणा ने पूरे मोहनपुर ब्लॉक में मनरेगा की सभी योजनाओं की जांच उच्चस्तरीय कमेटी से कराने की अनुशंसा डीडीसी से की थी, लेकिन उच्चस्तरीय कमेटी का गठन ही अब तक नहीं किया गया है.
Posted By : Samir Ranjan.