झारखंड : देवघर में डीजे संचालक को पैसों के लेनदेन में मारी गोली, पुलिस ने किया खुलासा

देवघर में डीजे संचालक राज केसरी हत्याकांड में पुलिस ने महज चार घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने हमेशा बेइज्जत करने और पैसों के लेन-देन को लेकर हत्या की बात कही. वहीं, पुलिस ने देसी कट्टा और बैरल में लटका खोखा को भी बरामद किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2023 10:10 PM

Jharkhand Crime News: देवघर स्थित वार्ड नंबर-19 मत्स्य विभाग के बगल हनुमान टिकरी निवासी डीजे संचालक राज केसरी को गोली मारकर हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने घटना के महज चार घंटे के अंदर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नाटकीय तरीके से दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस घटना का खुलासा किया. वहीं, इन दोनों की निशानदेही पर एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस की पूछताछ में रुपये की लेन-देन को लेकर हत्या की बात आरोपियों ने कबूल की है. इस बात की जानकारी सुभाष चंद्र जाट ने पत्रकारों को दी.

पूछताछ में हुआ खुलासा

एसपी ने बताया कि जिस कट्टा से राज केसरी को गोली मारी गयी थी, उसे उसने ही 10,000 रुपये में खरीदकर मोनू को दिया था. कट्टा देते वक्त मोनू ने 5000 रुपये राज को भुगतान किया था और बाकी पैसे नहीं दिये थे. बकाये पैसे के लिए राज बराबर मोनू को प्रताड़ित करता था.

राज का सहयोगी था मोनू और रितेश

एसपी ने बताया कि राज डीजे संचालन करता था और मोनू और रितेश उसका सहयोगी था. साथ में तीनों नशा करता था और अक्सर नशीला पदार्थ लाने के लिए मोनू और रितेश को नौकर की तरह उपहास उड़ाता था. एक-दो बार तो रितेश के परिजन को भी राज ने बेइज्जत कर दिया था. इन बातों को लेकर राज के प्रति मोनू और रितेश के मन में आक्रोश रहा. एसपी ने इशारे में बताया कि इस कांड में लव एंगल भी रहा है, हालांकि, इस सबंध में कोई जानकारी देने से उन्होंने परहेज किया.

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माेनू ने राज को कॉल कर बुलाया था

उन्होंने बताया कि धंधे का पैसा वसूलकर राज को मोनू और रितेश ही पहुंचाता था, लेकिन उनदोनों को ठीक से वह हिस्सेदारी नहीं देता था. मोनू और रितेश अक्सर राज को मोबाइल से कॉल कर बुलाया करता था. घटना के पूर्व रात में भी मोनू ने कॉल कर राज को बुला लिया. इसके बाद तीनों ने साथ में नशा किया और राज को गोली मार दी.

तीन आरोपी गिरफ्तार

एसपी ने बताया कि राज को गोली मारने के बाद कट्टा मोनू और रितेश ने जसीडीह के गिधनी कुरेवा निवासी नागेश्वर राउत उर्फ नागो राउत को रखने दिया था. मोनू और रितेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर कट्टा और उसके बैरल में लटके खोखा के साथ नागो को भी गिरफ्तार कर लिया. आर्म्स बरामदगी को लेकर नगर थाना के एसआई कुमार अभिषेक के बयान पर जसीडीह थाना में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया. वहीं, राज की हत्या को लेकर उसकी मां रेखा देवी की शिकायत पर मोनू, रितेश समेत दो अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी.

पुलिस अधिकारी और कर्मी होंगे पुरस्कृत

उन्होंने बताया कि घटना के बाद एसडीपीओ पवन कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने प्रोफेशनल तरीके से कार्रवाई कर कांड का खुलासा किया. कांड के उद्भेदन में नगर थाना प्रभारी विक्रम प्रताप सिंह सहित एसआई कुमार अभिषेक, जसीडीह थाना के एसआई जीशान अख्तर, सहवीर उरांव व अन्य की भूमिका सराहनीय रही. कांड के खुलासे में लगे पदाधिकारी, पुलिसकर्मियों को एसपी ने रिवार्ड दिलाने की बात कही है.

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घटना के महज चार घंटे बाद ही आरोपियों की हुई गिरफ्तारी

मालूम हो कि पिछले दिनों डीजे संचालक राज केसरी को गोली मारी गयी थी. बाद में उसकी रांची के रिम्स ले जाने के दौरान मौत हुई थी. इस घटना को उसके साथ काम करने वाले मानसरोवर बजरंगबली के समीप निवासी मोनू कुमार शाह उर्फ मोनू कसेरा उर्फ मोनू ठठेरा और जलसार रोड कचौड़ी गली निवासी रितेश कुमार साह ने मिलकर अंजाम दिया था. यह जानकारी पुलिस को दिये बयान में घायल हालत में राज ने ही सदर अस्पताल में डॉक्टर के सामने दिया था. इस घटना के महज चार घंटे के अंदर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नाटकीय तरीके से आरोपियों को गिरफ्तार किया.

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