सारठ में डॉक्टर-कर्मियों से मारपीट व क्वार्टर पर पथराव, मामला दर्ज

सारवां निवासी आयुष कुमार (08) की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों द्वारा इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएचसी के चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट की गयी.

By Prabhat Khabar Print | June 30, 2024 8:44 PM

प्रतिनिधि, सारठ.

सारवां निवासी आयुष कुमार (08) की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों द्वारा इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएचसी के चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि, परिजन बच्चे को लेकर सारठ सीएचसी पहुंचे थे. सीएचओ अनुपमा ने प्राथमिक जांच कर डॉक्टर जियाउल हक को सूचना दी. सूचना पर पहुंचे डॉ जियाउल हक ने जांच के बाद बच्चे के मृत होने की पुष्टि की. परिजनों ने बताया कि बच्चे को जब यहां लाया गया था तो उसकी धड़कन चल रही थी. उन्होंने देरी से इलाज करने का आरोप लगाया. इस पर डॉक्टर ने कहा कि बच्चे की मौत यहां आने से एक से ढेड़-घंटा पहले ही हो चुकी है. इस बात से लोग उग्र हो गये और चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों पर टूट पड़े. ग्रामीणों के आक्रोश को देख कर चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी जान बचाने के लिए अपने सरकारी क्वार्टर की ओर भागे. आक्रोशितों ने क्वार्टर पर पथराव करते हुए वहां घुसकर तोड़-फोड़ की. साथ ही खिड़की, निजी वाहन एवं एंबुलेंस के शीशे फोड़ दिये. इस क्रम में क्वार्टर का ताला बंद कर दिया. इस बीच सूचना मिलने पर सारठ थाना प्रभारी के निर्देश पर जेएसआइ सुरेश रवानी, अरविंद सिंह दल-बल के साथ पहुंचे और किसी तरह मामला शांत कराया. मारपीट में सीएचसी प्रभारी डॉ जियाउल हक एवं डॉ शानू आनंद घायल हो गये हैं. सीएचसी प्रभारी डॉ जियाउल हक की लिखित शिकायत पर अजय मंडल, अमित मंडल, मृत्युंजय मंडल, रवींद्र मंडल, जितेंद्र मंडल, दीपक मंडल सहित कई अज्ञात पर चिकित्सकों-स्वास्थ्यकर्मियों से गाली-गलौज व मारपीट करने, सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाने, कार्य में बाधा डालने व आपातकालीन स्वास्थ्य व्यवस्था बाधित करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. शव लेकर चले गये थे, डेढ़ घंटे बाद दोबारा आये सीएचसी

घटना के दौरान परिजन मृतक का शव लेकर चुपचाप गांव ले गये. सारठ पुलिस गांव पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम कराने की बात कही, जिसपर वे पोस्टमार्टम नहीं कराने की बात कही. पुलिस ने सारवा थाना को सूचना दी तब डेढ़ घंटे के बाद पुनः शव लेकर सीएचसी सारठ आये. फिर पोस्टमार्टम के लिए देवघर भेजा जा सका.

घटना के विरोध में सीएचसी में आज बंद रहेगा ओपीडी: प्रभारी

सीएचसी प्रभारी डॉ ज़ियाउल हक ने कहा कि सीएचसी में मृत बच्चे को लाया है. मृत होने की बात कहने के साथ ही परिजन उग्र होकर मारपीट करने लगे. हुजूम लगाकर हमको व स्वास्थ्य कर्मियों को दौड़ाया. क्वार्टर में घुसकर तोड़फोड़ कर पथराव किया. खिड़की, निजी वाहन व एंबुलेंस के शीशे तोड़े और क्वार्टर बंद कर चले गये. पुलिस पहुंची तो कई लोग भाग खड़े हुए. प्रभारी ने कहा कि घटना के विरोध में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सोमवार को ओपीडी बंद रखने का निर्णय लिया गया है, सिर्फ एमरजेंसी सेवा रहेगी. आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक ऐसा ही रहेगा. घटना को लेकर झांसा व एनआरएचएम तथा जिला के आला अधिकारियों को सूचना दी गयी है.

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बच्चे की मौत के बाद लापरवाही का आरोप, सारठ सीएचसी में हंगामासीएचसी प्रभारी ने कई नामजदों व अज्ञात पर दर्ज कराई प्राथमिकीसोमवार को ओपीडी बंद रखने का लिया निर्णय, इमरजेंसी सेवा रहेगी चालू

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