देवघर सदर अस्पताल में डॉक्टरों की लेटलतीफी से मरीज परेशान, 10 बजे तक भी नहीं पहुंच रहे चिकित्सक
गुरुवार की सुबह घर में गिर जाने के कारण 80 वर्षीय महिला मनोरमा देवी को कमर में चोट लगी थी.इसके बाद परिजनाें ने महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. यहां करीब एक घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा. इस दौरान दर्द से कराहती महिला बेंच पर लेटी रही.
देवघर : देवघर सदर अस्पताल में डॉक्टरों की कार्यशैली से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. जिले भर से बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ता है. गुरुवार की सुबह सदर अस्पताल में ऐसा ही नजारा दिखा. सुबह 10 बजे से ओपीडी में एक भी डॉक्टर नहीं पहुंचे थे. इस दौरान पर्ची लेकर मरीज कतार में इंतजार करते रहे. वहीं कुछ मरीज बेंच पर लेट कर कराहते रहे. इतना ही नहीं सदर अस्पताल के महिला ओपीडी में भी 11 बजे के बाद महिला चिकित्सक नहीं पहुंची थी. इस दौरान गर्भवती महिलाओं समेत अन्य को काफी परेशानी हुई. सदर अस्पताल में ओपीडी का समय प्रतिदिन सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक निर्धारित है, लेकिन गुरुवार की सुबह 10 बजे तक सदर अस्पताल के ओपीडी में एक भी डॉक्टर नहीं पहुंचे थे. इस दौरान अस्पताल के मेडिसिन, सर्जन, ऑर्थो और चाइल्ड ओपीडी में डॉक्टर की कुर्सी खाली रही. वहीं मरीज नौ बजे से ही पर्ची लेकर इलाज के लिए कतार में खड़े थे. डॉक्टरों के समय पर नहीं आने के कारण गंभीर रूप से बीमार मरीजों को काफी परेशानी हुई. मरीजों का कहना है कि सदर अस्पताल के ओपीडी का समय भले ही नौ बजे है, डॉक्टर के समय पर नहीं होने के कारण मरीजों व उनके परिजनों ने इसकी सूचना अस्पताल उपाधीक्षक, सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख को भी दी. इसके अलावा कुछ मरीजों ने स्वास्थ्य सचिव व स्वास्थ्य मंत्री को ट्विट कर भी जानकारी दी.
एक घंटे तक बेंच पर लेटी रही महिला
गुरुवार की सुबह घर में गिर जाने के कारण 80 वर्षीय महिला मनोरमा देवी को कमर में चोट लगी थी. चलने फिरने में परेशानी हो रही थी. इसके बाद परिजनाें ने महिला को इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल लाया. यहां करीब एक घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा. इस दौरान दर्द से कराहती महिला बेंच पर लेटी रही. वहीं देवघर के मुकेश कुमार पेट दर्द से परेशान थे. सुबह से ही पर्ची लेकर इलाज के लिए अस्पताल में फर्स पर पड़े रहे. 10 बजे के बाद डॉक्टर के आने के बाद उन्होंने इलाज कराया. इसके अलावा एक व्यक्ति किडनी की बीमारी से परेशान थे, जो काफी देर तक डाॅक्टर के इंजतार में पड़े रहे.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सदर अस्पताल के ओपीडी में 10 बजे के बाद डॉक्टर के पहुंचने की जानकारी मिली है. विलंब से पहुंचने वाले डॉ प्रेम प्रकाश, डॉ रविजित प्रकाश, डॉ संतना हांसदा और डॉ निवेदित के खिलाफ स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है. ऐसा व्यवहार रहा, तो उच्च अधिकारी को भी सूचित किया जायेगा.
डॉ रंजन सिन्हा, सिविल सर्जन
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