छु्ट्टी पर गये डॉक्टर, मरीजों को देखने वाला कोई नहीं
चितरा कोलियरी के औषधालय में डॉक्टरों की कमी के कारण कोयला कर्मियों और स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रतिनिधि, चितरा.
चितरा कोलियरी के औषधालय में डॉक्टरों की कमी के कारण कोयला कर्मियों और स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वर्तमान में केवल एक डॉक्टर कार्यरत हैं, जो छुट्टी पर चले गये हैं, जिससे औषधालय डॉक्टरी सेवाओं से वंचित हो गया है. बीमार पड़ने पर लोगों को इलाज के लिए देवघर, जामताड़ा और आसनसोल जैसे स्थानों पर जाना पड़ रहा है. इस स्थिति को देखते हुए यूनियन प्रतिनिधियों ने मांग की है कि कोलियरी औषधालय में कम से कम तीन डॉक्टर नियुक्त किये जायें. मजदूर नेता पशुपति कोल ने कहा कि एक डॉक्टर की अनुपस्थिति से समस्या बढ़ जाती है, और उन्होंने एक महिला डॉक्टर और दो अन्य डॉक्टर की तात्कालिक बहाली की मांग की. इंटक सचिव योगेश राय ने भी जल्द अतिरिक्त चिकित्सकों की आवश्यकता बतायी. झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के संयुक्त सचिव श्याम सुंदर तिवारी ने तीन पाली में काम होने के कारण किसी भी बड़े हादसे की आशंका जतायी और डॉक्टरों की नियुक्ति पर जोर दिया. एटक के शाखा अध्यक्ष होपना मरांडी ने चितरा कोलियरी की पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था की कमी पर भी चिंता व्यक्त की. इधर, औषधालय में कार्यरत डॉक्टर विकास कुमार ने बताया कि वह आवश्यक कार्य से छुट्टी पर हैं, जिसके कारण समस्या उत्पन्न हो रही है. —————————————-एक चिकित्सक के भरोसे चल रहा चितरा कोलियरी औषधालय
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