डॉ निशिकांत दुबे ने सुंदर पहाड़ी में बच्चों की मौत का मामला सदन में उठाया
सांसद ने सदन को बताया कि वह खुद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के साथ सुंदरपहाड़ी और लिट्टीपाड़ा गये थे. उस इलाके में ना डॉक्टर थे, ना कोई व्यवस्था थी. आदिम जनजाति को 100 प्रतिशत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर देना है.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संतालपरगना के सुंदरपहाड़ी इलाके में आदिम जनजाति के बच्चों की बीमारी से मौत का मामला उठाया. श्री दुबे ने सदन को बताया कि झारखंड के सुंदरपहाड़ी इलाके में आदिम जनजाति के 30 बच्चों की मौत मलेरिया जैसी वायरल बीमारी से हो गयी है. राज्य सरकार बीमारी का पता नहीं लगा पा रही है.
कहा कि सुंदरपहाड़ी में कोई व्यवस्था नहीं है
उन्होंने सदन को बताया कि वह खुद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के साथ सुंदरपहाड़ी और लिट्टीपाड़ा गये थे. उस इलाके में ना डॉक्टर थे, ना कोई व्यवस्था थी. आदिम जनजाति को 100 प्रतिशत प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर देना है. इन आदिवासियों का नाम सूची में नहीं था. आदिवासी के नाम पर राजनीति करनेवाले लोगों ने कुछ नहीं किया है. रोड की हालत ऐसी है कि मोटरसाइकिल से जा रहा था, और गिर गया. वहां की सरकार आदिवासियों के खिलाफ काम कर रही है और बांग्लादेशी घुसपैठ कराया जा रहा है. केंद्र सरकार एक केंद्रीय टीम भेजे. राज्य सरकार को बरखास्त करे. आदिवासी बच्चों को बचाया जाये.