देवघर-गोड्डा रेल सेवा शुरू होने से त्योहार जैसे नजारा, महिला, बुजुर्ग व छात्रों का जताया आभार
जहां-जहां ट्रेन रुक रही थी वहां एक त्योहार का माहौल बन गया था, सबके चेहरे में खुशी थी. यह ट्रेन दो घंटे में देवघर से गोड्डा पहुंची.
देवघर : बुधवार को देवघर स्टेशन से देवघर-गोड्डा पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी के आने के बाद 10 वर्षों में गोड्डा, देवघर, मधुपुर, जसीडीह व दुमका लाइन में रेलवे की व्यवस्था में झड़ी लगा दी गयी है. उन्होंने कहा कि, इस क्षेत्र में नयी रेल लाइन, नयी ट्रेन की सेवा, ट्रेनों के ठहराव सहित यात्रियों की सुविधा के लिए मैंने चुनौती के साथ काम किया. आज इस इलाके में ये सारी सुविधाएं उपलब्ध है. आने वाले दिनों में रेल के क्षेत्र और भी कई योजनाएं है. डॉ दुबे ने कहा कि वर्ष 2000 में गोड्डा संसदीय क्षेत्र से देवघर जुड़ा है, लेकिन इससे पहले भी गोड्डा एक संसदीय क्षेत्र का मुख्यालय रहा है. इसके बावजूद गोड्डा में रेल नहीं आ सकी. पिछड़े क्षेत्रों में रेल की सुविधा की कोई नीति नहीं थी. अंग्रेजों के कानून के अनुसार आय के आधार पर रेल लाइन बिछायी जाती थी, लेकिन मैंने रेल बजट में इस नीति पर बदलाव लाने का सुझाव दिया. बजट में मेरे सुझाव पर पीएम मोदी ने मुझे फोन किया व मैंने अपनी बातों को रखा, उसके बाद इस नीति में संशोधन हुआ. नीति में संशोधन होने के बाद पिछड़े इलाके में रेल का विकास शुरू हुआ. मोहनपुर-हंसडीहा रेल लाइन, गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन का काम शुरू हुआ.पीएम की वजह से गोड्डा तक रेल सेवा शुरू हो पायी. इधर हरी झंडी दिखाने के बाद सांसद डॉ निशिकांत पत्नी अन्नूकांत दुबे के साथ ट्रेन पर बैठकर गोड्डा तक रवाना हुए. इस दौरान मोहनपुर, खड़ियाडीह, हरलाटांड़, ककनी, बाराटांड़, सर्वाधाम, हंसडीहा, पौड़ेयाहाट, कठौन आदि स्टेशनों पर सांसद डॉ दुबे का जोरदार स्वागत किया गया. कई स्टेशनों पर महिला गोद में बच्चे को लेकर सांसद के स्वागत में दौड़ पड़ी. कई लोग तो ट्रेन पर सवार होकर सांसद डॉ दुबे को इस सपना को पूरा करने के लिए आभार जताया. जहां-जहां ट्रेन रुक रही थी वहां एक त्योहार का माहौल बन गया था, सबके चेहरे में खुशी थी. यह ट्रेन दो घंटे में देवघर से गोड्डा पहुंची. महिला, पुरुष, बच्चे व बुजुर्ग सांसद के पक्ष में नारे लगा रहे थे. ककनी में भाजपा के गोड्डा लोकसभा प्रभारी गणेश मिश्रा, सीताराम पाठक व अशोक शर्मा थे.
बाराटांड़ में तो महिला ट्रेन को देख खुशी से प्रणाम ही करने लगी
इस मार्ग में बाराटांड़ में ट्रेन का स्टॉपेज नहीं था, लेकिन रेलवे ट्रैक से दूर सैकड़ों की संख्या पहुंचे लोगों को देख सांसद ने ट्रेन को रुकवाने को कहा. जैसे ही ट्रेन रुकी तो सांसद को माला पहनाने व धन्यवाद देने के लिए लोग दौड़ पड़े. तभी दूर खड़ी एक महिला हंसते हुए ट्रेन को बार-बार प्रणाम कर रही थी. सांसद ने कहा कि चुनाव के बाद बाराटांड़ में ट्रेन का स्टॉपेज करवाया जायेगा. साथ ही सर्वाधाम व पोखरिया में भी स्टॉपेज होगा.