Jharkhand news: देवघर के बाबा मंदिर में मना दशहरा, खोला गया गठबंधन धागा और मोउर मुकुट

jharkhand news: बाबा मंदिर में बुधवार को दशहरा मनाया गया है. इस दौरान बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती के बीच बंधे गठबंधन धागे को खोला गया, वहीं बाबा के शिखर पर मोउर मुकुट को उतारा गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2022 9:19 PM
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Jharkhand news: महाशिवरात्रि के नौवें दिन बुधवार (9 मार्च, 2022) को बाबा भोलेनाथ एवं माता पार्वती का दशहरा मनाया गया. इस अवसर पर शाम के 4 बजे बाबा के शिखर पर चढ़े सारे मोउर मुकुट को खाेलने के बाद बाबा एवं माता के बीच गठबंधन भी खोला गया. मंदिर इस्टेट की ओर से दोपहर 2 बजे से ही कार्यक्रम शुरू कर दिया गया था. इस दौरान ढोल बजाने वाले ढोल की थाप पर बाबा का जयकारा लगाते दिखे. इसके एक घंटे बाद यानी दोपहर 3 बजे से गठबंधन खाेलने की प्रक्रिया शुरू की गयी. शाम के करीब 6 बजे दोनों मंदिर के शिखर पर बंधे गठबंधन खोल दिये गये. इसके बाद ही बुधवार तक के लिए गठबंधन चढ़ाने की परंपरा बंद कर दी गयी.

गुरुवार से चढ़ेगा गठबंधन

चली आ रही परंपरा के अनुसार मंदिर महंत श्रीश्री गुलाबनंद ओझा द्वारा संकल्प कर पहला गठबंधन चढ़ाने के लिए भेजा जायेगा. सरदार पंडा की ओर से भेजे गये गठबंधन को चढ़ाने के बाद आम लोगों के द्वारा गठबंधन चढ़ाने की परंपरा को दोबारा शुरू किया जायेगा़ मालूम हो कि बाबा एवं मां पार्वती के मंदिर के बीच गठबंधन परंपरा के अनुसार साल में दो बार महाशिवरात्रि और इसके नौवें दिन ही खोला जाता है.

गठबंधन लेने के लिए भक्तों का लगा तांता

दोनों मंदिरों के बीच से गठबंधन खोलने के बाद परिसर में मौजूद लोग एक गठबंधन लेने के लिए भक्तों में होड़ मच गयी. मंदिर प्रबंधन की ओर से भारी मुश्किल के बाद सारे गठबंधन को उठाकर मंदिर कार्यालय में जमा करवाया गया.

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हरिहर मिलन एवं होली की परंपरा में जुटा मंदिर प्रशासन

17 मार्च दिन गुरुवार देर रात डेढ़ बजे हरिहर मिलन के साथ बाबा बैद्यनाथ का स्थापना दिवस मनाया जायेगा. इसे लेकर मंदिर प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. राधाकृष्ण मंदिर के पुजारी भक्तिनाथ फलाहारी ने बताया कि परंपरा के अनुसार तैयारियों के लिए लिस्ट तैयार किया जा चुका है. समय से पहले सामग्री उपलब्ध कराने के लिए शुक्रवार तक लिस्ट सौंपने को कहा गया है.

पालकी की हो रही साफ-सफाई

भगवान को दोलमंच तक ले जाने के लिए पालकी की सफाई और रंगरोगन के लिए भी जानकारी दे दी गयी है. होली के दिन गुरुवार की दोपहर तीन बजे पालकी पर भगवान हरि को मंदिर के पश्चिम दरवाजे से नगर भ्रमण कराते हुए दोलमंच पर ले जाया जायेगा. इस दौरान पालकी के गुजरने वाले रास्ते में पड़ने वाले सभी चौराहों पर मालपुआ और बअर का भोग भी लगाया जायेगा. दोलमंच पर होलिका पूजन और होलिका दहन के लिए सारी सामग्री लिस्ट बना ली गयी है.

Posted By: Samir Ranjan.

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