उत्तर प्रदेश के लखनऊ साइबर क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार यादव के नेतृत्व में चार सदस्यीय पुलिस टीम गुरुवार को मोहनपुर पहुंची. मोहनपुर थाना की पुलिस के सहयोग से साइबर ठगी के आरोपी घोरमारा निवासी योगेश कुमार मंडल के घर पहुंची. इस दौरान इंस्पेक्टर के नेतृत्व में ढोल-नगाड़े के साथ गांव वालों को जानकारी देते हुए अलग-अलग सात मामलों के सात इश्तेहार आरोपी के घर चिपकाये गये.
गिरफ्तारी के लिए 15 बार छापेमारी कर चुकी है पुलिस
उन्होंने घर वालों और आसपास के लोगों को आरोपी को जल्द से जल्द कोर्ट में हाज़िर होने को कहा. इंस्पेक्टर ब्रजेश ने बताया कि आरोपी युवक योगेश कुमार मंडल के खिलाफ उत्तर प्रदेश के साइबर क्राइम ब्रांच से लेकर विभिन्न थाना में दर्जनों से अधिक साइबर ठगी का मामला दर्ज है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस 15 बार घर पर छापेमारी कर चुकी है.
आरोपी युवक पुलिस पकड़ से बाहर
आरोपी युवक पुलिस पकड़ से बाहर है. आरोपी ने दो पेंशनधारी समेत दर्जनों लोगों से अलग-अलग फोन कर करोड़ों रुपये की साइबर ठगी काे अंजाम दिया है. इस ठगी के मामले में पांच आरोपित को गिरफ्तार किया जा चुका है. मास्टरमाइंड आरोपित की गिरफ्तारी के लिए इश्तेहार चिपकाया गया है.
चरकीपहाड़ी ब्रह्मपुर निवासी राजेंद्र यादव ने कुंडा थाने में मारपीट, छिनतई व रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज करायी है. मामले में ढ़ाकोडीह निवासी रविंद्र वाजपेयी सहित बासुकि वाजपेयी, गोलू वाजपेयी, अरुण वाजपेयी, कपिलदेव यादव व कुलदेव यादव को आरोपित बनाया है.
जिक्र है कि 15 मार्च की शाम चार बजे अपने ढ़ाकोडीह गांव स्थित घर से चरकीपहाड़ी आवास लौट रहा था. उसी दौरान आरोपितों ने सड़क पर बाइक खड़ी कर उसे रोक दिया. हटाने कहा, तो उनलोगों ने रड से हमला कर घायल कर दिया और पॉकेट से पांच हजार रुपये निकाल लिये. साथ ही 51 हजार रुपये की सोने की चेन छीन ली.