सारवां . थाना क्षेत्र के सारवां-सारठ एएनएच-114 पर चंदना गांव के पास पिकअप वाहन के बाइक सवार को जोरदार टक्कर मारने से बुजुर्ग की मौत हो गयी और युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. राहगीरों ने बताया कि बाइक पर सवार दोनों लोग सारठ की ओर से आ रहे थे इसी दौरान पिकअप वाहन ने टक्कर मार दी. मृत बुजुर्ग और घायल युवक की पहचान पिता-पुत्र के रूप में हुई है, जो चितरा थाना के बेहंगा गांव के रहने वाले हैं. मृत बुजुर्ग का नाम सरयू मंडल ( 60 वर्ष ), जिसकी मौके पर ही मौत हो गयी. वहीं गंभीर रूप से घायल पुत्र त्रिवेणी मंडल ( 25 वर्ष ) को सारवां सीएचसी भेजा गया, जहां से प्राथमिक चिकित्सा कर बेहतर इलाज के लिये देवघर रेफर कर दिया गया. परिजनों ने जानकारी देते बताया कि बुजुर्ग अपने मंझले बेटे के साथ बड़े पुत्र की शादी का निमंत्रण देने बेटी के ससुराल सारवां के तेलियाडीह गांव जा रहे थे और घटना का शिकार हो गये. पिता के शव को देख कर बेटी ने विलाप करते कहा कि सुबह पिता ने फोन किया था कि बड़े भाई की शादी 19 जून को है. तुम्हारे घर आ रहे है तैयार रहना. बताया कि घर में अपने पिता के आने का इंतजार कर रही थी. इस दौरान घटना की जानकारी मिली.
टक्कर मारने के बाद शव को 50 फीट तक घसीटते ले गया वाहन
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पिकअप देवघर की और से तेज गति से आ रहा था, जिसने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी व मृतक के शव को लगभग 50 फुट तक घसीटते ले गये, जिसके कारण शव क्षत विक्षत हो गया था. घटना के बाद चालक रुका नहीं और तेज रफ्तार में फरार हो गया. पुलिस ने लाश को जब्त कर पेास्टमार्टम के लिये देवघर भेज दिया. वहीं भीषण गर्मी में देर तक सड़क जाम रहने से गुजरने वाले राहगीर काफी परेशान हुए.
सरकारी सहायता का आश्वासन मिलने पर तीन घटे बाद हटा जाम
घटना की सूचना बेटी के ससुराल वालों को मिलते ही सैंकडों की संख्या में गांव वाले घटनास्थल पर जमा हो गये. वहीं उनके लोगों के पहुंचते ही लोग सड़क जाम करने लगे. आक्रोशित ग्रामीणों ने लाश के साथ सड़क जाम कर दिया. वहीं मौके पर पंचायत के मुखिया दिवाकर पासवान समाजसेवी विक्रम पत्रलेख, मुन्ना राय, प्रमोद राय , शहबाज आदि समाजसेवी के साथ पुलिस इंस्पेक्टर मनीलाल राणा, थाना प्रभारी दीपक किशोर भारती ,एसआई अशोक पाठक, एएसआइ आनंद सिंह उग्र ग्रामीणों को समझाने लगे. लेकिन ग्रामीण सड़क जाम हटाने को तैयार ही नहीं थे. इस बीच मौके पर पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर पीड़ित की पत्नी को आबुआ आवास व पेंशन की स्वीकृति दिलाने का निर्देश दिया. इस बीच आक्रोशित ग्रामीणों को आश्वासन मिलने पर तीन घंटे के बाद जाम हटाया जा सका . समाचार लिखे जाने तक मामला दर्ज नहीं किया जा सका था.
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