देवघर : वोटर लिस्ट में ऑनलाइन जोड़ सकेंगे नाम, इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2024 को लेकर देवघर डीसी विशाल सागर ने बैठक की. उन्होंने कहा कि सूची में ऑनलाइन नाम जोड़ने की भी सुविधा होगी. कार्यक्रम में कोताही बरतने वाले बीएलओ व कर्मियों को शोकॉज व प्रपत्र 'क' गठित करने का निर्देश दिया है.
Deoghar News: वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने के लिए बीएलओ, एआरओ, आरओ के जरिए ऑफलाइन और अब घर बैठे इंटरनेट की मदद से वोटर हेल्पलाइन एप से मतदाता सूची में नाम दर्ज करायें. इसके लिए गांव से शहर तक जागरूकता अभियान चलायें. ये बातें देवघर डीसी विशाल सागर ने मतदाता सूची संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम, 2024 की समीक्षा के दौरान कही. डीसी ने समीक्षा के बाद निर्वाचन से जुड़े कार्यों में कोताही बरतने वाले सभी प्रखंडों से दो-दो बीएलओ को शोकॉज करने और मधुपुर के सुपरवाइजर के खिलाफ प्रपत्र ”क” गठित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया. उन्होंने कड़े शब्दों में निर्देश दिया कि कार्य में लापरवाही या कोताही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें. फॉर्म 06, फॉर्म 07, फॉर्म 08 से जुड़े कार्यों की समीक्षा करते हुए डीसी ने कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया.
डीसी ने कहा कि एईआरओ, बीएलओ व सुपरवाइजर डोर टू डोर सर्वे कर सत्यापन करें. नये मतदाताओं को जागरूक करने और वोटर लिस्ट से जोड़ने के उद्देश्य से जिले के सभी बूथों पर विशेष कैंप आयोजित करें, ताकि नये मतदाताओं को जागरूक करने के साथ उन्हें वोटर लिस्ट से आसानी पूर्वक जोड़ा जा सके. उन्होंने कहा कि समय कम है, इसलिए भौतिक सत्यापन के कार्य में तेजी लायें. उन्होंने कहा कि जहां-जहां फॉर्म जेनरेट कम हुआ है, उन बूथों को चिह्नित करें और स्वयं जिम्मेवारी के साथ सर्वे के कार्य को पूर्ण करायें.
वोटर लिस्ट में नाम शामिल करने के लिए इन दस्तावेजों की जरूरत
एक पासपोर्ट तस्वीर, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पहचान पत्र (जन्म प्रमाणपत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड या हाई स्कूल की मार्कशीट आदि), पता का प्रमाण (राशन कार्ड, आपका पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या फोन या बिजली-पानी का बिल आदि). बैठक में एसडीओ देवघर दीपांकर चौधरी, एसडीओ मधुपुर आशीष अग्रवाल, उप निर्वाचन पदाधिकारी शैलेश सिंह, डीएसओ अमित कुमार आदि थे.
विस्थापितों की जायज मांगों व समस्याओं का होगा समाधान
पुनासी जलाशय योजना के विस्थापितों की समस्याओं का समाधान यथा शीघ्र करें और उनकी जायज मांगों पर विभागीय मंतव्य और प्रतिवेदन डीसी कार्यालय को दें ताकि इस दिशा में अग्रेतर कार्रवाई की जा सके. यह निर्देश डीसी विशाल सागर ने शुक्रवार को समाहरणालय में पुनासी विस्थापित समन्वय समिति की बैठक में अधिकारियों को दिया. उन्होंने कहा कि पुनासी परियोजना से प्रभावित विस्थापित परिवारों एवं पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सुविधा के अलावा शेष बचे लोगों को नयी पुनर्वास नीति की सुविधा पर विचार कर त्वरित निर्णय लें. विस्थापितों की जो भी जायज मांगें हैं, उससे संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए उसका निराकरण समय पर करायें. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किस नीति के तहत कितने लोगों को लाभ मिलना है या अब तक कितनों को किस नीति के तहत लाभ मिला है, उसे सत्यापित करते हुए डीसी कार्यालय को अवगत करायें. इससे पूर्व बैठक में डीसी ने पुनासी योजना के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा की. बैठक में एसी चंद्र भूषण प्रसाद सिंह, एसडीओ दीपांकर चौधरी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी विभूति मंडल, जिला पुनर्वास पदाधिकारी सुप्रिया भगत, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता पुनासी जलाशय, बीडीओ जितेंद्र कुमार यादव, सीओ मोतीलाल हेम्ब्रम, पुनासी समन्वय समिति के सुरेश पासवान आदि मौजूद थे.