श्रावणी मेला के दौरान नहीं कटेगी बिजली, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव ने की बैठक, दिये कई निर्देश

श्रावणी मेला को लेकर सभी तैयारियां अंतिम चरण में है. हर विभाग के अधिकारी कार्यों का मंथन कर रहे हैं. इसी कड़ी में ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने बैठक कर बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने संबंधी अधिकारियों को कई निर्देश दिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2022 9:28 PM
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Jharkhand News: राजकीय श्रावणी मेला, 2022 के दौरान देवघर और बासुकिनाथ मेला क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ कर लें और निर्बाध बिजली मिले, उस अनुरूप पुख्ता तैयारी करें. इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. यह निर्देश झारखंड के ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने बिजली विभाग के अधिकारियों को दिए.

बिजली आपूर्ति में ना हो कोई समस्या

देवघर समाहरणालय में आयोजित बैठक में प्रधान सचिव ने देवघर और दुमका के संबंधित कार्यपालक अभियंता और अधिकारियों को कहा कि मेला क्षेत्र में जितने भी पावर सब स्टेशन और केबुल हैं सभी की मरम्मत का काम जल्दी पूरा करवा लें, ताकि श्रावणी मेले के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो. उन्होंने देवघर और बासुकिनाथ मेला क्षेत्र में केबुल फॉल्ट को अविलंब दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिया कि केबुल फॉल्ट की मरम्मत के लिए तकनीकी अधिकारी और कर्मी की उपलब्धता सुनिश्चित करायें, ताकि श्रावणी मेले के दौरान किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति से आसानी से निबटा जा सके.

क्रिटिकल जगहों पर इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था करें

प्रधान सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि देवघर और बासुकिनाथ मेला क्षेत्र में वैसे जगहों पर जहां बेहतर बिजली की व्यवस्था संभव नहीं है या मेला और भीड़ के दृष्टिकोण से क्रिटिकल जगहों का चयन कर वहां लाइट की वैकल्पिक व्यवस्था करें. इमरजेंसी लाइटें उक्त स्थलों पर विकल्प के रूप में रहे.

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मेला के दौरान अधिकारी/कर्मी अनुपस्थित मिले, तो कड़ी कार्रवाई

उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि पूरे श्रावणी मेला के दौरान विद्युत आपूर्ति/मरम्मत से संबंधित अधिकारी/कर्मी मेला क्षेत्र में ही रहेंगे. कोई भी अधिकारी/कर्मी श्रावणी मेला के दौरान मेला क्षेत्र से अनुपस्थित पाये गये, तो संबंधित अधिकारी/कर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. प्रधान सचिव ने कहा कि पूरे एक माह तक बाबा मंदिर और बासुकिनाथ मंदिर की बिजली व्यवस्था की देखरेख के लिए धनबाद की टीम का हेड क्वार्टर देवघर रहेगा.

गिरिडीह और दुमका विद्युत प्रमंडल के सात जिले की समीक्षा

इस दौरान प्रधान सचिव ने संताल परगना और गिरिडीह सहित सात जिले की समीक्षा करते हुए बिजली चोरी करने वालों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही. साथ ही उपभोक्ताओं को समय पर सही बिल देने और वसूली बढ़ाने को कहा. उपभोक्ता बिजली चाहते हैं, तो उन्हें हर हाल में बिल का भुगतान करना ही होगा. कहा कि विद्युत विभाग उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है. व्यवस्था दुरुस्त करने का काम हो रहा है. इसलिए उपभोक्ताओं को अच्छी बिजली कैसे मुहैया कारायें, इस पर सभी फोकस करें.

दुर्गम स्थानों पर रहने वाले टोलों की सूची बनाएं

प्रधान सचिव ने विद्युत विभाग की लंबित प्रोजेक्ट पर काम करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि संताल परगना सहित गिरिडीह इलाके में वैसे दुर्गम स्थलों पर स्थित वैसे टोले जहां 10-12 घर हैं, उसकी सूची तैयार करें. उन टोलों तक बिजली कैसे पहुंचेगी, अनुमानित लागत कितना आयेगा, रिपोर्ट दें.

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शैडो एरिया की पहचान करें

उन्होंने निर्देश दिया कि जिले में कुछ शैडो एरिया हैं, जहां विद्युत व्यवस्था को ठीक करना है. इसके लिए वैसे शैडो एरिया की पहचान करें, जहां ग्रिड या पावर स्टेशन की आवश्यकता है. कहां कितने ग्रिड या पावर स्टेशन बनाने से व्यवस्था मजबूत होगी, आवश्यकता बतायें. बैठक में डीडीसी देवघर डॉ कुमार तारा चंद, डीडीसी दुमका करण सत्यार्थी, विद्युत प्रमंडल देवघर के अधीक्षण अभियंता डीएन साहू, विद्युत प्रमंडल दुमका और गिरिडीह के महाप्रबंधक सहित संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे.

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Posted By: Samir Ranjan.

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