झारखंड आंदोलनकारियों को मिले 50 हजार मानदेय
मधुपुर के बावनबीघा सपहा के कोल टोला में आयोजन
झारखंड आंदोलनकारियों को मिले संवैधानिक अधिकारों मधुपुर. शहर के बावनबीघा सपहा स्थित कोल टोला में बुधवार को झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा व कोल युवा सभा के संयुक्त तत्वावधान में कोल विजय दिवस समारोह सह आंदोलनकारी चिन्हितीकरण को लेकर बैठक हुई. बैठक में उपस्थित लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी शेख भिखारी व पांडेय गणपत राय के शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया. साथ ही सिदरय कोल, बिन्दरय कोल, बुध्ढु भगत को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. वहीं, झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक व प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन से झारखंड अलग राज्य की पहचान एवं आंदोलनकारियों का सम्मान है. सरकार जीते जी जल्द से जल्द दिशोम गुरु शिबू सोरेन का नाम झारखंड आंदोलनकारी के रूप में अधिसूचित करें गजट में नाम प्रकाशित करें एवं राजकीय मान सम्मान, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करें. दिशोम गुरु शिबू सोरेन का राजकीय सम्मान ही राज्य एवं आंदोलनकारियों का सच्चा सम्मान है. उन्होंने मांग की कि झारखंड आंदोलनकारियों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित न किया जाये. गृह विभाग आंदोलनकारियों को सम्मान अधिकार देने व राजकीय मान- सम्मान दिलाने की दिशा में कोताही बरती रही है. सरकारी संकल्प के बावजूद आंदोलनकारियों को सही समय में सम्मान पेंशन व एरियर वगैरह का लाभ राज्य गठन की तिथि या 2015 से नहीं मिलता है. इसलिए सरकार सम्मान पेंशन को पेंशन हेड से जोड़कर दें. आठ जनवरी 2003 को कोल समाज को जनजाति समुदाय में शामिल किये जाने पर विजय दिवस के रूप में हम लोग का इतिहास है. उसको मनाते हुए हर्ष व्यक्त करते हुए हासा-भाषा संस्कृति परंपरा को बचाने का संकल्प लिया गया. समारोह में झारखंड अलग राज्य के आंदोलनकारियों के राजकीय मान सम्मान, अलग पहचान, पुत्र-पुत्रियों को रोजी रोजगार एवं नियोजन की 100 प्रतिशत गारंटी तथा जेल जाने की बाध्यता समाप्त करते हुए सभी आंदोलनकारी को 50-50 हजार रुपये सम्मान पेंशन राशि देने की मांग सरकार से की गयी. दक्षिणी छोटा नागपुर प्रमंडल की अध्यक्ष रोजलीन तिर्की ने कहा कि झारखंड अलग राज्य निर्माण के मूल्य को स्थापित करना राज्य सरकार का प्रथम दायित्व है. कार्यक्रम की अध्यक्षता दुमका प्रमंडल के अध्यक्ष जीतन कोल ने की. मौके पर सचिव बुधन कोल, जामताड़ा जिलाध्यक्ष नारायण मंडल, सचिव इम्तियाज खान, केंद्रीय सचिव पंकज मंडल, बुधन हंसदा, रमेश कोल, प्रतिभा देवी, मालती देवी, राजेश कोल, महेंद्र टुडू, डाॅ जमाल हुसैन, अब्दुल मनन, भारतेंदु मुर्मू, बाबूलाल कोल, भुवनेश्वर कोल, संजीत कोल, सुभाष कोल, अशोक चंद्र कोल, अशोक कोल, गणेश कोल, अमृत कोल, भोला कोल, कामदेव कोल, नरेश कोल, जिद्दू कोल आदि मौजूद थे. —————– झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा की हुई बैठक, कहा राज्य बनने के बाद भी हकमारी और पलायन दुर्भाग्यपूर्ण
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