Deoghar : झारखंड में होगा हर साल बैद्यनाथ महोत्सव, केंद्र सरकार देगी पैसा, जानें क्या है इसके पीछे का उद्देश्य

बाबा नगरी देवघर में हर साल बैद्यनाथ महोत्सव का आयोजन होगा, इसके पीछे का उद्देश्य कला और संस्कृति को बढ़ावा देना है. इसके अलावा स्थानीय भाषा जैसे संताली, संस्कृत, खोरठा, बंगाली, मैथिली, अंगिका, भोजपुरी का विकास होगा. ये जानकारी गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने दी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 5, 2021 9:24 AM

Jharkhand News, Deoghar News देवघर : सोमवार को दिल्ली में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के साथ संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन समेत अन्य अधिकारियों की बैठक हुई. तय किया गया कि कोलकाता के जोनल सेंटर के बाद सांस्कृतिक मंत्रालय का सब सेंटर देवघर में खोला जायेगा. इससे स्थानीय भाषा जैसे संताली, संस्कृत, खोरठा, बंगाली, मैथिली, अंगिका, भोजपुरी का विकास होगा. इन भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम होंगे.

निर्णय लिया गया देवघर में प्रत्येक वर्ष बैद्यनाथ महोत्सव आयोजित करने के लिए सांस्कृतिक मंत्रालय फंड मुहैया करायेगा. इसका आयोजन महाशिवरात्रि के आसपास होगा. राज्य की सबसे बड़ी लाइब्रेरी देवघर में खोलने का निर्णय लिया गया. लाइब्रेरी से बैद्यनाथ संस्कृत पुस्तकालय की स्थानीय पांडुलिपि व लेखक को बेहतर प्लेटफार्म दिया जायेगा.

विक्रमशिला, करौं व पोड़ैयाहाट में पुरातत्व विभाग करेगा खुदाई : बैठक में विक्रमशिला समेत करौं में कर्णेश्वर मंदिर के समीप व पौड़ेयाहाट के पदमपुर में पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई करने का निर्णय लिया गया. इन स्थानों के धार्मिक व ऐतिहासिक तथ्यों को जुटाकर और भी समृद्ध किया जायेगा. इन धार्मिक व ऐतिहासिक स्थानों की खुदाई मार्च तक शुरू करने की योजना है.

देवघर में टैगोर सांस्कृतिक केंद्र की फिर मिली स्वीकृति

देवघर में रवींद्रनाथ टैगोर सांस्कृतिक केंद्र की योजना रद्द होने के बाद फिर से इसके प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी. केंद्र सरकार टैगोर सांस्कृतिक केंद्र के लिए 20 करोड़ रुपये देगी.

संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार ने देवघर में सब सेंटर खोलने का निर्णय लिया है. देवघर में प्रत्येक वर्ष बैद्यनाथ महोत्सव का आयोजन होगा. इसमें केंद्र सरकार फंड मुहैया करायेगी. करौं, पौड़ेयाहाट व विक्रमशिला में पुरातत्व विभाग खुदाई करेगा.

Posted By : Sameer Oraon

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