देवघर, अमरनाथ पोद्दार : देवघर के मोहनपुर प्रखंड अंतर्गत जगतपुर गांव निवासी बीएसफ के जवान बबरू बहान मंडल की ड्यूटी के दौरान 29 वर्ष की उम्र में शहीद होने के 49 साल बाद ऑपरेशन कैजुअल्टी सर्टिफिकेट मिला. सोमवार को मणिपुर से आये बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट एचके पाठक ने बबरू बहान मंडल के पुत्र पूर्णप्रकाश चंद्रप्रभा उर्फ संजय को सर्टिफिकेट दिया.
नागा आतंकवादियों की गोलीबारी में बबरू बहान मंडल हुए थे शहीद
सर्टिफिकेट में उल्लेख है कि 17 फरवरी, 1974 को आरक्षक के रूप में बबरू बहान मंडल बीएसएफ-84 बटालियन आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी मणिपुर में तैनात थे. बबरू बहान बटालियन की एस्कोर्ट पार्टी में शामिल थे और एस्कोर्ट पार्टी चुनाव कर्मियों को ले जा रही थी. इसी दौरान अचानक नागा आतंकवादियों ने सुरक्षा टीम पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें बबरू बहान को गोली लग गयी थी तथा वे वीरगति को प्राप्त हो गये थे. बीएसएफ ने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान बताते हुए सर्टिफिकेट बबरू मंडल के पुत्र को सौंप दिया.
ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे पिता
पुत्र संजय ने बताया कि 1974 में ड्यूटी के दौरान शहीद होने के बाद उनके पिता का पार्थिव शरीर बीएसएफ के जवानों ने ही जगतपुर गांव लाया था. उस दौरान पूरे सम्मान के साथ अंत्येष्टी हुई थी, लेकिन 49 साल बाद उन्हें सर्टिफिकेट मिलेगा, इसकी उम्मीद नहीं थी.
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सम्मान मिलना परिवार के लिए गर्व की बात
उन्होंने कहा कि देर ही सही, लेकिन राष्ट्र के लिए बलिदान देने पर जो सम्मान मिला, उससे पूरे परिवार को गर्व है. सर्टिफिकेट प्राप्त करने के मौके पर बबरू बहान मंडल के भतीजे सुशील मंडल सहित अमित कुमार, आदित्य कुमार, अजय कुमार समेत अन्य उपस्थित थे.