सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में तीन महिला समेत छह लोग बनाये गये नामजद
अनुसंधान करने गयी पुलिस टीम पर हमला करने के मामले में छह लोग नामजद आरोपी बनाये गये हैं. पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों को जेल भेज दिया है. पुलिस अन्य आरोपियों को तलाश रही है.
मधुपुर : पाथरोल थाना क्षेत्र के नावाडीह में शिकायत की जांच करने पहुंची पुलिस पर जानलेवा हमला करने व सरकारी काम में बाधा देने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है, जिसमें छह लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. पाथरोल थाना के एएसआइ नागेंद्र प्रसाद यादव के बयान पर पुलिस ने नवाडीह गांव निवासी पुलिस मंडल व उनकी पत्नी, पुत्र श्याम सुंदर मंडल व उनकी पत्नी, धनंजय मंडल और देवंती देवी को आरोपी बनाया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपित पुलिस मंडल और उनके पुत्र श्याम सुंदर मंडल को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया है. घटना में घायल नागेंद्र प्रसाद यादव ने बताया है कि नावाडीह गांव की लक्खी देवी ने थाना मे आवेदन दिया था. महिला ने कहा कि गांव के ही पुलिस मंडल और उसका पुत्र श्याम सुंदर मंडल पर केवाईसी के नाम पर 11 हजार पांच सौ रुपया घूस मांग रहे है. महिला ने बताया कि खाता मे पीएम किसान योजना के अंतर्गत बैंक खाते में सरकारी सहायता मिलती है. उसने आरोप लगाया कि पुलिस मंडल केवाईसी करने के नाम पर पहले एक हजार रुपया लिये. फिर कहा कि तुम्हारे खाते में 26 हजार रुपये है, उसमे से 11 हजार पांच सौ रुपया देना पड़ेगा. विरोध करने पर पिता-पुत्र ने मिल कर लाठी डंडा से लैस होकर गाली गलौज करते हुए मारपीट कर जख्मी कर दिया. इसी की जांच करने पुलिस टीम गांव गयी थी. इस दौरान आरोपित पुलिस मंडल और उसका बेटा समेत अन्य पांच छहः आरोपित ने मिलकर उनको घर में बंधक बनाना चाहा. उनके साथ धक्का मुक्की कर मारपीट किया. वहीं साथ गये जवान के हथियार को क्षतिग्रस्त कर दिया. उन्होंने कहा पुलिस शेष फरार आरोपी को तलाश कर रही है.
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