पूर्व विस अध्यक्ष ने सिदो-कान्हू के आदर्शों पर चलने का लिया संकल्प, एकजुट होने का दिया संदेश
पूर्व स्पीकर ने हूल दिवस की याद में पालोजोरी के महेशबथान में सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और दुमका सीट पर मिली जीत को सभी के कठिन परिश्रम और एकजुटता परिणाम बताया.
चितरा . पालोजोरी प्रखंड के महेशबथान सिदो-कान्हू चौक, फुटानी में दोनों वीर सेनानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने श्रद्धांजलि अर्पित की. बताया कि प्रत्येक वर्ष हूल दिवस की याद में 13 जून को यहां वीर सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है. मौके पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वीर सिदो कान्हू के आदर्शों पर चलकर समाज का विकास किया जायेगा. कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध पूरे देश में विरोध का पहला स्वर आज से 170 वर्ष पूर्व 30 जून 1855 में को संथाल की धरती से उठा था. पांच हजार आदिवासी को लेकर सिदो-कान्हू ने संथाल परगना के भोगनाडीह से हूल शुरू किया था, जिसे आदिवासी विद्रोह या हूल क्रांति नाम दिया गया. कहा कि आज ही के दिन पवित्र और क्रांतिकारी योद्धा की याद में श्रद्धांजलि दी जाती है. उन्होंने उपस्थित लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि आप लोगों के कठिन परिश्रम और एकजुटता के कारण दुमका लोकसभा से झामुमो प्रत्याशी नलिन सोरेन की जीत हुई है. पिछले पांच साल से शिबू सोरेन के हार जाने के कारण विकास रुका हुआ था. कहा कि आगे भी इसी प्रकार चट्टानी एकता बनाये रखें. चार महीने बाद झारखंड विधानसभा चुनाव है. मौके पर झामुमो के राम मोहन चौधरी, नवल भोक्ता, संतोष बेसरा, रौशन राय, कंठी महतो, मनोज भोक्ता, सूदाम सिंह, त्रिलोचन यादव, युगल राय, उबीसर मुर्मू, विनोद मुर्मू, सर्जन हांसदा, रवींद्र मरांडी, मनभरण राणा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
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