आज देवघर एम्स में होगा राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का शिलान्यास
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र खुलने से विशेष तौर पर वायरस रोगों की रोकथाम और प्रबंधन पर कड़ी निगरानी होगी. इससे रोगों पर तत्काल निगरानी करते हुए इलाज के लिए उपाय किये जायेंगे. देवघर एम्स में बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड का यह पहला राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र होगा.
देवघर : मंगलवार को देवघर एम्स में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का शिलान्यास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया करेंगे. श्री मंडाविया शाम 5:00 बजे दिल्ली से ऑनलाइन देवघर एम्स में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का शिलान्यास करेंगे, इस दौरान गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे भी इस कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़ेंगे. कार्यक्रम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ अतुल गोपाल, एडिशनल डायरेक्टर डॉ लता कपूर भी दिल्ली में रहेंगे. देवघर एम्स कैंपस में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का भवन तैयार करने के लिए जगह चिन्हित कर लिया गया है. एम्स कैंपस में शिलान्यास के लिए सारी तैयारी कर ली गयी है. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र खुलने से विशेष तौर पर वायरस रोगों की रोकथाम और प्रबंधन पर कड़ी निगरानी होगी. इससे रोगों पर तत्काल निगरानी करते हुए इलाज के लिए उपाय किये जायेंगे. देवघर एम्स में बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड का यह पहला राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र होगा.
ठंड में झुलसने के बढ़े मामले, सदर अस्पताल के बर्न वार्ड में हो रहे भर्ती
ठंड बढ़ने के साथ ही झुलसने के मामले भी बढ़ गये हैं तथा सदर अस्पताल में ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो गयी है. इनमें ज्यादातर घटनाएं ठंड में अलाव तापने के दौरान हुई हैं. अस्पताल प्रबंधन की ओर से मिली जानकारी अनुसार, सोमवार को देवघर सदर अस्पताल के बर्न वार्ड में पांच मरीज भर्ती हैं. इसमें एक मरीज खाना बनाते हुए जला है, जबकि चार अलाव तापने के दौरान जल गये हैं. इन्हें भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. प्रबंधन के अनुसार, रविवार को दो जले हुए मरीजों को बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है, इसमें एक 70 प्रतिशत, तो दूसरा 80 प्रतिशत झुलस गया है. इधर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल में झुलसे हुए मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर तैयारी कर ली गयी है. हालांकि जिले में 40 से 50 प्रतिशत के अधिक झुलसे हुए मरीजों के बेहतर इलाज की व्यवस्था नहीं है तथा वैसे मरीजों को रेफर कर दिया जाता है. अस्पताल प्रबंधन की ओर से बर्न वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए दवा, स्लाइन समेत अन्य व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा बर्न वार्ड में बेड, समेत इलाज संबंधित सभी प्रकार के सामान की व्यवस्था की गयी है.