प्रतिनिधि, जसीडीह जसीडीह के सुजानी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में चल रहे 25 दिवसीय माली प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन बुधवार को हुआ. इस अवसर पर सभी 20 प्रशिक्षणार्थियों को जिला उद्यान पदाधिकारी यशराज और केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रमुख डॉ. राजन ओझा ने प्रमाण पत्र और आवश्यक यंत्र प्रदान किया. समापन समारोह के दौरान वरीय वैज्ञानिक ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से वे स्वरोजगार के अवसर उत्पन्न कर अपने जीवन को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकते हैं. 25 दिनों तक चले इस कार्यक्रम में पौधशाला प्रबंधन, बागवानी, कीट और रोग नियंत्रण, पौधशाला उपकरणों की देखभाल, फूलों के पौधे तैयार करने की नवीनतम तकनीकों, आम, अमरूद, नींबू, बेर आदि फलों के पेड़ों की कलम बांधने की प्रक्रिया और पौधशाला से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी साझा की गयीं. प्रशिक्षण में फलों की नर्सरी प्रबंधन, औषधीय पौधों का प्रबंधन, ग्रीष्मकालीन फलों की खेती, खरीफ मौसम में सब्जियों की खेती और फलदार पौधों को तैयार करने की तकनीक पर विशेष जोर दिया गया. इसके साथ ही, मिट्टी परीक्षण और पशु पालन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया. इस कार्यक्रम में देवघर, देवीपुर और मधुपुर प्रखंडों के 20 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान जिला उद्यान पदाधिकारी ने प्रशिक्षणार्थियों को उद्यान विभाग की योजनाओं से जुड़ी सुविधाओं की जानकारी दी और सरकारी सुविधाओं और नियुक्ति में प्रमाण पत्र के माध्यम से लाभ उठाने का सुझाव दिया. साथ ही उन्होंने अपने स्वयं के नर्सरी की स्थापना करने के लिए प्रेरित किया. इस समापन समारोह में डॉ. विवेक कश्यप, डॉ. पूनम सोरेन, रोहित दास, चंदन रमानी और मृत्युंजय राउत सहित अन्य प्रमुख लोग भी उपस्थित रहे.
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