घाटशिला सीओ की पत्नी के नाम से देवघर में मिली जमीन

एसीबी धनबाद शाखा को घटशिला में पदस्थापित सीओ राजेंद्र सिंह की पत्नी संध्या सिंह के नाम से देवघर शहर में जमीन मिली है. राजेंद्र सिंह देवघर के सारठ प्रखंड के गिरसोली गांव के रहनेवाले हैं. धनबाद के बाघमारा ब्लॉक में पदस्थापन के दौरान एसीबी की टीम ने धनबाद में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया था. राजेंद्र सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच एसीबी ने शुरू की है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 28, 2020 4:18 AM

देवघर : एसीबी धनबाद शाखा को घटशिला में पदस्थापित सीओ राजेंद्र सिंह की पत्नी संध्या सिंह के नाम से देवघर शहर में जमीन मिली है. राजेंद्र सिंह देवघर के सारठ प्रखंड के गिरसोली गांव के रहनेवाले हैं. धनबाद के बाघमारा ब्लॉक में पदस्थापन के दौरान एसीबी की टीम ने धनबाद में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया था. राजेंद्र सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच एसीबी ने शुरू की है.

इस कांड के इंस्पेक्टर इमानुएल मुरमू ने देवघर सब रजिस्ट्रार को पत्र भेजकर राजेंद्र सिंह व उनके परिजनों के नाम से देवघर में जमीन दर्ज रहने की जानकारी मांगी थी. एसीबी के पत्राचार के बाद सब रजिस्ट्रार ने छानबीन में 2003 में राजेंद्र सिंह की पत्नी संध्या सिंह के नाम से देवघर अंचल के शहरी क्षेत्र में डीड संख्या 326 में जमीन पाया गया.

सब रजिस्ट्रार ने एसीबी को संध्या सिंह के नाम से दर्ज जमीन का ब्योरा व दस्तावेज एसीबी की टीम को मुहैया करा दिया. रजिस्ट्री ऑफिस ने वर्तमान में इस जमीन का बाजार भाव एक करोड़ रुपये से अधिक आकलन किया है.

उदयकांत पाठक की संपत्ति अटैच करने की तैयारी

धनबाद में जमीन के मुआवजा घोटाले में फंसे पूर्व भू-अर्जन पदाधिकारी उदयकांत पाठक व उनके परिजनों के नाम से एसीबी दर्ज संपत्तियों को अटैच करने की तैयारी में है.

एसीबी ने उदयकांत पाठक के नाम से रांची में फ्लैट, पत्नी आरती पाठक के नाम से रांची में पांच हजार स्क्वायर फीट की जमीन, धनबाद के झरिया में पुत्र सत्यप्रकाश पाठक के नाम से दो कट्ठा जमीन व फ्लैट समेत देवघर में फ्लैट व आरती पाठक के नाम से देवघर के झौंसागाढ़ी मौजा स्थित पोखना टिल्हा मुहल्ले में जमीन का दस्तावेज जुटाये थे.

इसके अलावा खिजुरिया व नंदन पहाड़ सिविल लाइन मुहल्ले में भी ननसेलेबुल जमीन की जानकारी एसीबी को मिली है. एसीबी ने रांची, धनबाद व देवघर के सब रजिस्ट्रार को इन जमीन व फ्लैट को किसी दूसरे के नाम से रजिस्ट्री नहीं करने का आग्रह भी किया था. अब इन संपत्तियों को सरकारी अटैच करने की विभागीय प्रक्रिया शुरू होगी.

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