झारखंड: देवघर में 2 पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में मुख्यालय ने DIG से मांगी रिपोर्ट, CID कर रही जांच

झारखंड: देवघर में पिछले दिनों अपराधियों के साथ मुठभेड़ में दो पुलिस कर्मियों की हत्या मामले को लेकर मुख्यालय ने संताल परगना के डीआईजी से रिपोर्ट मांगी है. मुख्यालय के निर्देश पर ही पुलिसकर्मियों के शहादत की जांच सीआईडी कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2023 10:45 AM

झारखंड: देवघर नगर थाना क्षेत्र के श्यामगंज रोड में शनिवार 11 फरवरी, 2023 की देर रात हुई दो जवानों की हत्या में मुख्यालय ने संताल परगना के डीआईजी सुदर्शन मंडल से रिपोर्ट मांगी है. मुख्यालय के निर्देश पर डीआईजी देवघर में ही कैंप कर रहे हैं और घटना की जांच पड़ताल पर नजर बनाये हुए हैं. मुख्यालय के निर्देश पर ही पुलिसकर्मियों के शहादत की जांच करने सीआईडी की टीम भी देवघर पहुंची है. इस क्रम में एफएसएल और सीआईडी, रांची की टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर क्राइम सीन क्रिएट किया.

श्यामगंज रोड में मुठभेड़ की तीन प्राथमिकी में अलग-अलग दावे, उलझा पेच

नगर थाना क्षेत्र के श्यामगंज रोड में बीते शनिवार को पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में दो जवानों की मौत मामले में नगर थाने में तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पहली प्राथमिकी 60/2023 पप्पू सिंंह की पत्नी पुट्टी देवी के आवेदन पर, दूसरी प्राथमिकी 61/2023 नगर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार कुशवाहा के बयान पर और मामले में तीसरी प्राथमिकी 62/2023 सुधाकर झा के आवेदन पर दर्ज की गयी है. पुट्टी देवी ने सुधाकर झा, सुदीप और विजय श्रृंगारी सहित अन्य को आरोपित बनाया है. वहीं नगर थाना प्रभारी श्री कुशवाहा की प्राथमिकी में पप्पू सिंह, सुधाकर झा सहित अन्य को आरोपित किया गया है, जबकि सुधाकर झा की प्राथमिकी में पप्पू सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है.

पहली प्राथमिकी

पुट्टी देवी ने कहा : पहले जवान ने नशे में खुद को मारी गोली, दूसरे को सुधाकर झा ने मारा पहली प्राथमिकी, जो पप्पू सिंह की पत्नी पुट्टी देवी ने दर्ज कराया ह. उसमें बताया गया है कि शनिवार की रात उनका बेटा प्रियांशु डोसा लेने के लिए गया था. लौटने पर दरवाजा खोलने का कहा. उस दौरान उनका भाई विशाल भी खड़े होकर बातचीत कर रहे थे. उसी क्रम में सुधाकर झा अपने बॉडीगार्ड व सुदीप व विजय श्रृंगारी व पांच-छह अन्य के साथ आया और भाई विशाल को धक्का मारा. उसी दौरान सुदीप ने प्रियांशु को पिस्टल के बट से मारा, जिससे उसका सिर फट गया. उसके बाद सुधाकर झा, सुदीप, विजय श्रृंगारी व अन्य अपराधी ने घर में घुस कर फायरिंग की और सुधाकर के बॉडीगार्ड ने अपशब्द बोलते हुए मेरे उपर पिस्टल तान दी, इस कारण वह अपने कमरे में घुस गयी. उसके बाद वे लोग फायरिंग करने लगे व तलवार से गेट तोड़ दिया. इसी बीच प्रशासन पहुंची व सुधाकर के बॉडीगार्ड ने थाना प्रभारी पर पिस्टल तान दी. थाना प्रभारी ने आत्मरक्षार्थ उसे धकेला तो वह गिर गया और नशे में होने के कारण वह गोली अपने जिस्म में मार लिया. उसके बाद थाना प्रभारी ने उसका पिस्टल जब्त किया. वहीं दूसरे बॉडीगार्ड को सुधाकर झा ने गोली मारी. यह घटना को उसने अपनी आंखों से देखा. तभी सुधाकर झा के हाथों से सुदीप पिस्तौल लेकर फरार हो गया.

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दूसरी प्राथमिकी

थाना प्रभारी का बयान : पुलिस ने की पांच राउंड फायरिंग प्रभारी थाना प्रभारी कृष्ण कुमार कुशवाहा द्वारा दर्ज कराये गये एफआइआर में कहा गया है कि शनिवार की रात थाना के सहयोगी एसआइ संजीत कुमार के व सुरक्षा बल के साथ सरकारी वाहन (संख्या-जेएच-15 जी/8692) में रात्रि गश्ती में थे. उसी बीच रात के 12 बज कर 26 मिनट पर एसडीपीओ पवन कुमार ने उनके मोबाइल नंबर पर फोन कर सूचित किया कि श्यामगंज रोड अंडा पट्टी में जहां फायरिंग की घटना हुई थी. उसी जगह पर मारपीट हो रही है. फौरन वहां पहुंचा तो पप्पू सिंह के घर के अंदर से गाली-गलौज व हो-हल्ला हो रहा था. थाना प्रभारी ने जोर से खुद को थाना प्रभारी कहते हुए एसआई संजीत सिंह के साथ पप्पू सिंह के घर में प्रवेश किया. वहां आंगन जैसा खाली स्थान था, जहां काफी अंधेरा था. फिर जोर देकर कहा कि थाना प्रभारी हूं, किस बात पर हल्ला कर रहे हो. बाहर निकलिए. उसी बीच थाना प्रभारी व पुलिस पार्टी पर 5-6 राउंड फायरिंग किया गया. अंधेरा काफी रहने के कारण यह पता नहीं चल पा रहा था कि फायर कौन कर रहा है. आत्मरक्षार्थ हम लोगों की ओर से सरकारी पिस्टल से पांच राउंड फायर किया. जिसमें से एक राउंड फायर एसआई संजीत कुमार ने किया. थोड़ी देर बाद फायरिंग बंद होने के क्रम में कुछ लोग इधर-उधर छिप गये थे, बाहर भागने लगे. उन्हें पकड़ने के लिए पीछे से एसआई संजीत कुमार भागे तो देखे कि गेट के पास एक आदमी जख्मी अवस्था में पड़ा हुआ है, एसआई द्वारा पूछे जाने पर उसने अपना नाम संतोष यादव (आरक्षी-303) बताया. उसने आगे बताया कि मकान के अंदर पप्पू सिंह, सुधाकर सुमन झा और उनके कुछ लोग आपस में मारपीट कर रहे थे. उनके पास हथियार भी था तथा रवि मिश्रा (आरक्षी 861) के अंदर होने की बात बतायी. उसका पिस्टल दिनेश किस्कू द्वारा जब्त किया गया. उसके बाद दोनों घायल जवानों को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. इस दौरान रास्ते में ही वरीय पदाधिकारियों को पूरी घटना की जानकारी दी. साथ ही गश्ती में निकले एसआई रामकृष्ण मार्डी को घटनास्थल पहुंच कर निरीक्षण करने को कहा, जहां से एसआई ने नौ एमएम का आठ खोखा, दो पिलेट, एक तलवार, दो चाकू बरामद किया. वहीं सुधाकर सुमन झा के घर जांच करने पर उसके घर से प्लास्टिक के डिब्बे में रखा हुआ 7.65 बोर का 15 जिंदा व 8 एमएमकेएफ का 10 जिंदा कारतूस बरामद किया.

तीसरी प्राथमिकी : क्या है सुधाकर झा की एफआईआर में

तीसरी एफआईआर मछली व्यवसायी सुधाकर झा ने दर्ज करायी है. जिसमें उसने कहा कि शनिवार की देर रात वे अपने सरकारी बॉडीगार्ड के साथ घर में बैठे हुए थे. तभी पप्पू सिंह गंदी-गंदी गाली देने लगा, जिसे सुन कर घर से बाहर निकला तो पप्पू सिंह से बहस हो गयी. वो कुछ लोगों के साथ तलवार लेकर आया हमला कर जख्मी कर दिया. उसी बीच बॉडीगार्ड व 3-4 दोस्त बचाने के लिए आ गये. फिर लाइट बंद कर गोली चला दिया, जिसमें हम सभी बाल-बाल बच गये. फिर गार्ड के कहने पर एसडीपीओ व थाना को फोन कर जानकारी दिये. दो-पांच मिनट में थाना प्रभारी सदल-बल आये व पूछे कि आपके पास कौन है. हमने कहा कि एसपी साहब की ओर से दिया गया बॉडीगार्ड है. फिर थाना प्रभारी पप्पू सिंह के घर के अंदर गये, जहां एक-दो मिनट पहले उनके बॉडीगार्ड भी अंदर गये थे. अंदर जाते ही दोनों और से गोली चलने लगी, इस फायरिंग में दोनों गार्ड घायल अवस्था में उसके घर के बाहर व एक अंदर गिरा हुआ था. आनन-फानन में सदर अस्पताल ले गये. जहां उन दोनों को मृत घोषित कर दिया गया. जबकि उसे तलवार के हमले में लगे चोट पर अस्पताल में 14 टांके भी लगवाए.

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