देवघर : चाइना निमोनिया को लेकर जिले में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, जानें क्या है लक्ष्ण
डॉ मनीष शेखर ने बताया कि चाइना निमोनिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है. सदर अस्पताल समेत अन्य सीएचसी, पीएचसी व अन्य सभी स्वास्थ्य केंद्रों में एंटीबायोटिक्स, एंटीवायरल और एंटीफंगल दवाइयां उपलब्ध हैं.
देवघर : चीन में फैल रही रहस्यमयी बीमारी के बाद केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को अलर्ट किया गया है. राज्य सरकार के आदेशानुसार देवघर जिले में सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. यह जानकारी जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ मनीष शेखर ने दी. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी की तरह एक बार फिर से नयी बीमारी फैल रही है. इसकी भी शुरुआत चीन से ही हुई है. चीन के उत्तर पूर्वी इलाके में स्थित लियाओनिंग क्षेत्र में बच्चों में इस रहस्यमयी बीमारी निमोनिया के लक्षण जैसे फेफड़ों में सूजन, सांस लेने में दिक्कत के साथ ही खांसी और तेज बुखार दिखायी दे रहा है. उन्होंने बताया कि, राज्य सरकार के निर्देश पर जिले को अलर्ट करते हुए छोटे बच्चों व बुजुर्गों को सबसे अधिक सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस बीमारी के लक्षण निमोनिया से मिलते-जुलते हैं. चाइना निमोनिया को लेकर डब्लूएचओ ने भी एडवाइजरी जारी की है. उन्होंने कहा कि, इसे लेकर जिले में आइडीएसपी विभाग की ओर से हर दिन रिपोर्टिंग और साप्ताहिक रिव्यू भी की जानी है. कोविड की तरह इससे भी बचाव के लिए सामाजिक दूरी के साथ मास्क का उपयोग करें. समय पर इलाज नहीं होने से जा सकती है जान : निमोनिया व्यक्ति के फेफड़ों में बैक्टीरिया, वायरस या कवक के कारण होने वाला एक संक्रमण है. निमोनिया के कारण फेफड़े में सूजन हो जाती है और फेफड़ों में तरल पदार्थ या मवाद पैदा हो सकता है. यह संक्रमण बच्चों और बुजुर्गों में ज्यादा होता है. और इससे जान जाने का खतरा भी बना रहता है. निमोनिया के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं.
स्वास्थ्य महकमा भी तैयार सभी केंद्रों पर दवा उपलब्ध
डॉ मनीष शेखर ने बताया कि चाइना निमोनिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है. सदर अस्पताल समेत अन्य सीएचसी, पीएचसी व अन्य सभी स्वास्थ्य केंद्रों में एंटीबायोटिक्स, एंटीवायरल और एंटीफंगल दवाइयां उपलब्ध हैं. इस संक्रमण से ठीक होने लिए लोगों कुछ हफ्तों से लेकर एक महीने का भी समय लग सकता है. साथ ही सदर अस्पताल समेत सभी सीएचसी में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता है. इसका मॉकड्रील भी की गयी है. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को दुरूस्त रखा गया है. रैपिड एंटिजन टेस्ट करने का भी निर्देश दिया गया है. जरूरत पड़ने पर आरटीपी सीआर जांच भी करायी जायेगी.
क्या है बीमारी के लक्षण
देवघर जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ मनीष शेखर ने कहा कि इसमें छाती में दर्द, थकान, बलगम और बिना बलगम के साथ होने वाली खांसी, तेज बुखार, ठंड लगने और सांस लेने में दिक्कत होना लक्षण है. अगर चीन में फैली रहस्यमयी बीमारी की बात करें तो इसके लक्षणों में बिना खांसी के तेज बुखार और फेफड़ों में सूजन शामिल हैं.
बच्चों व बुजुर्गों का रखें ध्यान
चाइना निमोनिया से बच्चों व बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी है. ऐसे में माता-पिता को बच्चों के साथ बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. उनके खान-पान और इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत रखने की जरूरत है. घरों में साफ-सफाई रखें. बच्चों व बुजुर्गों को भीड़ वाली जगहों पर जाने से रोकें. खांसने-छींकने वालों से बच्चों-बुजुर्गों व खुद को दूर रखें. मास्क लगायें. पौष्टिक आहार लें. गर्म कपड़े पहनें. ठंड में घर से बाहर नहीं निकलें. बच्चों को ठंड से बचाव करें. गर्म कपड़े पहना कर रखें. बुजुर्गों के शुगर व बीपी की जांच नियमित करायें. यदि लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.