देवघर : बेटा-बेटी में भेदभाव व किन्नरों की अंतर व्यथा पर दिल को छूने वाला नाटक का हुआ मंचन
देवघर पुस्तक मेला में गुरुवार को पहले सत्र में आर्ट ऑफ लिविंग के निशांत जी ने ज्ञान वर्धक संदेश दिये और भजन नृत्य का कार्यक्रम हुआ. दूसरा सत्र गणित क्विज का था.
देवघर पुस्तक मेला का सातवां दिन महिलाओं के नाम था. महिलों पर विशेष सभी कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं. सबसे आकर्षक और दिल को छूने वाला कार्यक्रम दोपहर के सत्र में एम्स, बीआइटी, आर मित्रा स्कूल, डिपसर स्कूल, मातृ मंदिर स्कूल, डीपीएस स्कूल और देवसंघ स्कूल की छात्राओं ने पेश किया. छात्राओं ने बेटा-बेटी में भेदभाव के दंश को दूर करने, किन्नर होने पर परिवार, उसके अंदर की व्यथा और उसके जीवन पर आधारित दिल को छू लेने वाले नाटक पेश किये. इसे देखकर मौजूद दर्शकों ने खूब सराहना की. इनर व्हील की अध्यक्ष सारिका साह और चेतना भारती, एकता रानी,अर्चना भगत, ममता किरण, ज्ञानी, अर्पणा और कंचन मूर्ति के निर्देशन में महिला सशक्तीकरण पर नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरूक करने वाला नाटक जैसे दहेज प्रथा के शोषण के खिलाफ आवाज, एम्स की छात्राओं द्वारा स्त्रियों में दैनिक रोग का कारण और उसके रोकथाम पर नाटक पेश किया गया.
आर्ट ऑफ लिविंग में निशांत जी ने दिया ज्ञानवर्धक संदेश
देवघर पुस्तक मेला में गुरुवार को पहले सत्र में आर्ट ऑफ लिविंग के निशांत जी ने ज्ञान वर्धक संदेश दिये और भजन नृत्य का कार्यक्रम हुआ. दूसरा सत्र गणित क्विज का था. इस प्रतियोगिता में सीनियर में विक्रम कुमार ने पहला और सुधांशु बर्नवाल ने जूनियर में पहला स्थान प्राप्त किया. इस सत्र के निर्णायक रवि शंकर और कौशल किशोर झा थे. वहीं अंतिम सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम स्कूल के बच्चों द्वारा पेश किया गया. इस सत्र का संचालन रामसेवक सिंह गुंजन ने किया. मेला प्रभारी आलोक मल्लिक, कोर कमेटी के बीरेंद्र सिंह पूरी व्यवस्था देख रहे थे. उक्त जानकारी मेला के मीडिया प्रभारी नवीन शर्मा ने दी.
Also Read: जिले की विधि व्यवस्था और सुरक्षा को रखें दुरुस्त, असामाजिक तत्वों पर रखें पैनी निगाह : देवघर डीसी