कुमैठा स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स परिसर में दिन में भी जलती हैं हाइ मास्क लाइटें

कुमैठा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में लगायी गयी हाइ मास्क लाइट बीते एक पखवारे से सुबह-शाम जलती रहती है. इससे हाइ मास्क लाइट की लाइफ तो कम हो ही रही है, बिजली की भी अनावश्यक बर्बादी हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 15, 2024 1:39 AM

वरीय संवाददाता, देवघर : भीषण गर्मी में जहां एक तरफ बिजली की मांग बढ़ गयी है, वहीं दूसरी बिजली की बर्बादी भी हो रही है. कुमैठा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में लगायी गयी हाइ मास्क लाइट बीते एक पखवारे से सुबह-शाम जलती रहती है. इससे हाइ मास्क लाइट की लाइफ तो कम हो ही रही है, बिजली की भी अनावश्यक बर्बादी हो रही है. इसके रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. दिन में भी लाइट जलने से बिजली की लगातार बर्बादी हो रही है और काॅम्प्लेक्स प्रबंधन पर भी बिजली बिल का बोझ बढ़ता जा रहा है. तीन-चार महीने पहले ही खेल विभाग की एजेंसी ने पूरे काॅम्प्लेक्स परिसर में रोशनी के लिए नये सिरे से विद्युतीकरण का काम किया है. इसी क्रम में पूरे कुमैठा काॅम्प्लेक्स परिसर में 10 हाइ मास्क लाइट व रोशनी के लिए अन्य लाइटें लगायी गयी हैं. जानकारी के अनुसार, काम के दौरान ही एजेंसी के किसी विद्युत कर्मी से पड़ोस के गांव के लोगों से विवाद हो जाने के कारण जिला प्रशासन ने विद्युतीकरण के कार्य पर तत्काल रोक लगा दी थी. इस स्थिति में विद्युतीकरण का काम फाइनल नहीं हो सका. बिजली विभाग का पूर्व से तीन लाख का बकाया बिजली विभाग के अनुसार, कुमैठा स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स पर तीन लाख रुपये से अधिक का बकाया है. मार्च महीने में बिजली विभाग ने स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स के संचालनकर्ता जिला खेल विभाग को बकाये बिल के लिए नोटिस भी भेजा, मगर आवंटन के अभाव में बकाया बिल का भुगतान नहीं हो सका. हालांकि इस दिशा में विभाग ने मुख्यालय से फंड के आवंटन की मांग की है. प्रत्येक हाइ मास्क लाइट में 450 वाट खपत बिजली विभाग से जानकारी के अनुसार परिसर में लगे 10 लाइटों में से प्रत्येक लाइट में 450 वाट की बिजली प्रतिदिन उत्सर्जित होती है. 10 में कुल 4,500 वाट की खपत रोजाना होती है. इससे काॅम्प्लेक्स पर बिजली बिल का अतिरिक्त बोझ बढ़ता जा रहा है. कहते हैं डीएसओ विद्युतीकरण का काम कर रही एजेंसी अभी काम कर रही है, काम पूरा होने में अभी दो-चार माह का समय लगेगा. चूंकि एजेंसी पूरे परिसर को रौशन करने के लिए अंडरग्राउंड केबल डालने के सा-साथ टेस्टिंग का भी काम कर रही है. इस स्थिति में लाइटों को जलाकर रख रही होगी. इस दिशा में बात कर लेते हैं. – संतोष कुमार, डीएसओ, देवघर

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