गृह मंत्री अमित शाह के आरके मिशन के कार्यक्रम से निकलने के बाद सीधे गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के आवास शिवधाम पहुंचे. यहां गृह मंत्री ने सांसद डॉ निशिकांत के पिता राधेश्याम दुबे व वीणा दुबे से मुलाकात कर काफी देर तक बातचीत की. इस दौरान सांसद के आग्रह पर गृह मंत्री ने चाय व नाश्ता भी किया. चाय पर चर्चा के दौरान सांसद ने गृहमंत्री को देवघर व आसपास के इलाकों में आध्यात्मिक स्थल व स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी कई इतिहास से अवगत कराया. गृह मंत्री ने सांसद के आवास में नाश्ते में बीकानेर स्वीट्स का समोसा व टिकिया चाट का सेवन किया.
गृह मंत्री अमित शाह मैहर गार्डन में अपनी पत्नी के साथ रात्रि भोजन भी किया. इस दौरान गृह मंत्री को भोजन में देवघर का प्रसद्धि व्यंजन तेहरी परोसा गया. विशेष रूप से गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के आवास से गृह मंत्री के लिए रात्रि भोजन में तेहरी भेजा गया. गृह मंत्री ने देवघरिया तेहरी काफी पसंद करते हुए ग्रहण किया. उन्होंने दोबारा तेहरी लिया. इस दौरान गृह मंत्री व उनकी पत्नी ने तेहरी की तारीफ भी की. रात्रि भोजन में गृह मंत्री ने को भोजन में जीरा राइस, चना दाल तड़का, भिंडी कुरकुरे,आलू -पटल की सब्जी, आलू भुजिया, मलाई कोफ्ता, पनीर पसंदा, क्रोन पालक, पापड़ की सब्जी, रोटी, सत्तू का पराठा, प्याज का पराठा, दही बड़ा, फ्रेश गार्डन सलाद, रशियन सलाद, स्प्राउट सलाद ,पापड़, अचार और मिठाई में गाजर का हलवा, गुलाब जामुन व रबड़ी के साथ जलेबी परोसा गया. इसमें गृह मंत्री ने हर व्यंजन को थोड़ा-थोड़ा चखा और इसकी तारीफ भी की.
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह का देवघर में इफको के कारखाने के शिलान्यास के साथ-साथ विजय संकल्प रैली महारैली की आधिकारिक घोषणा 31 जनवरी को हुई थी. घोषणा के बाद महज 72 घंटे में ही गृह मंत्री की सभा सफल कराने में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने पूरी ताकत झोंक दी. सांसद ने दिल्ली से ही गृह मंत्री की महारैली को सफल बनाने के लिए देवघर से गोड्डा तक पूरी रूपरेखा तैयारी की. दिल्ली से ही सांसद ने गोड्डा रेलवे स्टेशन से जसीडीह स्टेशन तक स्पेशल ट्रेन की बुकिंग कर दी. जिससे कार्यकर्ता व आम लोगों को रैली स्थल तक पहुंचने में सुविधा हो गयी. ट्रेन में करीब 11,000 लोगों को भोजन के साथ आने की व्यवस्थ दी गयी. देवघर समेत पूरे संताल परगना में सांसद ने अपने समर्थकों को गृह मंत्री की महारैली के प्रचार- प्रसार में लगा दिया. देवघर व गोड्डा में घर-घर लोगों को महारैली में भाग लेने के लिए आमंत्रण कार्ड भी बांट दिया गया.
1 फरवरी को सांसद डॉ निशिकांत दुबे खुद दिल्ली से देवघर आकर तैयारियों की कमान संभाल ली. एयरपोर्ट से लैंड करते ही सांसद सबसे पहले महारैली स्थल पर पहुंचे और यहां मॉनिटरिंग करते हुए 24 घंटे के अंदर पंडाल तैयार कारवाई.रात 2:00 बजे तक सांसद पंडाल स्थल तक डटे रहे. दूसरे दिन बाबा बैजनाथ मंदिर, देवघर एयरपोर्ट, आरके मिशन और महारैली स्थल के पंडाल का निरीक्षण व व्यवस्था की समीक्षा.जहां-जहां गृह मंत्री का कार्यक्रम था उन सारे जगहों पर संबंधित आयोजकों से तैयारियों की समीक्षा की और अधूरे कार्यों को पूरा समय सीमा के अंदर पूरा करवाया.गृह मंत्री के स्वागत में 11 किलोमीटर तक 20 स्टाल लगाने के लिए सामाजिक संगठनों के साथ बैठक के साथ-साथ कर स्थान तय किया गया.
2 फरवरी को रात 1:00 बजे तक सांसद डॉ दुबे गृह मंत्री के रूट का निरीक्षण कर पार्टी के झंडा, होर्डिंग व बैनर को लगवाया गया. 2 फरवरी को ही हर मंडल से कार्यकर्ताओं और आम लोगों के आने की सुविधा के लिए बसों व अन्य व्यवस्था की समीक्षा की, जहां वाहन की कमी थी वहां वाहन उपलब्ध कराया गया.इस दौरान भाजपा प्रदेश की ओर से विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश भी संताल परगना के अन्य जिलों भी भ्रमण कर गृह मंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहे, लेकिन सूचना आने के बाद महज 72 घंटे के अंदर सारी तैयारियां पूरी कर गृह मंत्री का यह सफल कार्यक्रम देवघर वासियों के लिए यादगार बनाने में सांसद डॉ निशिकांत दुबे कामयाब हो गए.