मधुपुर (देवघर), बलराम. पाथरोल थाना क्षेत्र के ठेंगाडीह गांव में साइबर अपराधी को पकड़ने पहुंची दिल्ली पुलिस को बंधक बनाते हुए दर्जनों ग्रामीणों ने जानलेवा हमला कर दिया. इसके साथ ही पकड़े गए साइबर अपराधी प्रमोद रवानी को हथकड़ी के साथ ग्रामीण पुलिस हिरासत से छुड़ाकर अपने साथ ले गए. इस दौरान मारपीट की घटना में दिल्ली पुलिस के तीन व पाथरोल पुलिस का एक जवान घायल हो गया.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले की ज्योति नगर साइबर अपराध थाना की पुलिस टीम ने बेगूसराय के साइबर अपराधी गौतम कुमार को कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पहले बेगूसराय पहुंची. वहां उसकी निशानदेही पर विभिन्न जगहों पर छापामारी के बाद रविवार को पुलिस उसे लेकर पाथरोल थाना पहुंची और उसकी निशानदेही पर शाम को करीब छह बजे पाथरोल पुलिस के सहयोग से ठेंगाडीह गांव में छापामारी की. पुलिस टीम ने एक साइबर अपराध के आरोपी प्रमोद रवानी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा आरोपी कारू भाग निकला.
प्रमोद की गिरफ्तारी के बाद उसके हाथ में हथकड़ी डाल कर पुलिस आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी करने लगी. इसी दौरान 40-50 की संख्या में आए ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर लाठी-डंडे आदि से हमला कर दिया और हथकड़ी के साथ प्रमोद को अपने साथ छुड़ाकर ले गये. इस दौरान काफी देर तक पुलिस को बंधक बनाकर रखा और मारपीट की. घटना में दिल्ली पुलिस के एसआई मोहित कुमार, हेड कांस्टेबल अंकित कुमार, कांस्टेबल दीपक कुमार व पाथरोल पुलिस के हेड कांस्टेबल सिकंदर यादव घायल हो गए. वहां से पुलिस टीम किसी तरह जान बचाकर भाग निकली.
घटना में घायल पुलिसकर्मियों का इलाज अनुमंडल मधुपुर में कराया गया. घटना की सूचना मिलते ही मधुपुर एसडीपीओ विनोद रवानी, पुलिस निरीक्षक शैलेंद्र सिंह पाथरोल थाना पहुंचे और घायल जवान से पूछताछ करते हुए पूरे मामले की जानकारी ली. फिलहाल पुलिस ठेंगाडीह से एक को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है. घटना को लेकर घायल सिकंदर यादव के बयान पर ग्रामीणों के विरुद्ध जानलेवा हमला करने, अपराधी को छुड़ा ले जाने व सरकारी काम में बाधा डालने समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है.