प्रतिनिधि, चितरा . पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने शनिवार को चितरा कोलियरी प्रबंधन से वार्ता की और कहा कि कैजुअल मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराये, अन्यथा कोलियरी का चक्का जाम किया जायेगा. पूर्व स्पीकर ने बताया कि चितरा कोलियरी में डीओ खत्म हो जाने से प्रतिदिन अधिक ट्रक कोयला लोडिंग के लिए नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे कैजुअल मजदूरों को जरूरत के अनुसार काम नहीं मिल रहा है. काम नहीं मिलने पर कैजुअल मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. कोलियरी क्षेत्र में दूर-दूर गांव से लोग रोजगार के लिए आते हैं. लेकिन लोडिंग का कार्य नहीं मिलने के कारण मजदूर काम के अभाव में कोलियरी आकर लौट जाते हैं. कोलियरी में कोयला और डीओ नहीं रहने के कारण ट्रक लोडिंग में नहीं लग रहा है, जिससे मजदूर बिना काम के लौट जाते हैं. देवघर जिले का एकमात्र औद्योगिक प्रतिष्ठान चितरा कोलियरी रहने के कारण सैंकड़ों मजदूर कोयला लोड कर अपना जीवन यापन करते हैं. वहीं पूर्व स्पीकर ने बताया कि कैजुअल मजदूरों व अड़खा लीडरों ने अपनी समस्याओं से उनको अवगता कराया था. उन्होंने कहा कि मजदूरों की समस्या सुनने के बाद गिरजा लोडिंग प्वाइंट में पहुंचे और मजदूरों की समस्याएं सुनीं. इस दौरान पूर्व स्पीकर ने महाप्रबंधक ए के आनंद से हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि महाप्रबंधक ने त्वरित कार्रवाई कर समस्या के समाधान की बात कही है. कहा कि महाप्रबंधक ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों से अविलंब कोयला उपलब्ध कर ट्रक लगाने का आश्वासन दिया. मौके पर सत्यनारायण राय, प्रकाश यादव, जगन्नाथ यादव, पिंटू पाल, संतलाल रजक, काजल अड्डी, रवि सिंह, रंजीत यादव, मदन सिंह, मुन्ना मिश्रा, पप्पू भोक्ता, पप्पू सिंह, बंकिमचंद्र भोक्ता, पांचू पंडित, गोरन दास, जुगनू यादव सहित सैकड़ों मजदूर थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है