प्रतिनिधि, जसीडीह . जसीडीह के सुजानी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में इफको की ओर से दो दिवसीय प्रशिक्षण सह भ्रमण कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार को हुई. प्रशिक्षण में विभिन्न जिलों से 50 प्रगतिशील किसान इसमें शामिल हुए. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी यशराज, इफको राज्य विपणन प्रबंधक डॉ शशिभूषण समदर्शी, केवीके वैज्ञानिक, डॉ विवेक कश्यप ने संयुक्त रूप से किया. इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विभाग की ओर से चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और उसका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया. इफको ने प्रशिक्षण में किसानों को दो दिनों में समेकित पोषक तत्व प्रबंधन, पौध संरक्षण सहित नवीनतम इफको नैनो यूरिया, डीएपी, जल विलय, उर्वरक व जैव उर्वरकों की जानकारी दी. कहा कि पूर्व में किसान फसलों के उचित प्रबंधन के लिए अपने खेतों में रासायनिक खाद को जमीन में मिलाकर उपयोग करते थे. इससे किसानों की उपजाऊ जमीन धीरे-धीरे बंजर होती चली जा रही थी. विशेषज्ञों ने रासायनिक पोषक तत्वों को जमीन में नहीं देने की सलाह देते हुए खाद्यों को पौधों पर सिर्फ छिड़काव कर फसलों के पोषक तत्वों की पूर्ति होने की बात कही. इससे यूरिया, डीएपी, फास्फोरस समेत अन्य पोषक तत्व का छिड़काव किया जाना है. इस मौके पर वैज्ञानिक डॉ पूनम सोरेन, इफको क्षेत्र अधिकारी देव कुमार, सागर कुमार आदि मौजूद थे.
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