देवघर जिले के सभी विद्यालयों में विद्यालय स्वास्थ्य आरोग्य दूतों द्वारा छात्रों के बीच जेंडर एवं शोषण/हिंसा पर आधारित माड्यूल पर जागरुकता सत्र का आयोजन किया गया. बताया गया कि वर्तमान परिवेश में जेंडर आधारित हिंसा महिलाओं व बालिकाओं के साथ बडे़ पैमाने पर घर व बाहर में हो रही है. यह हिंसा कई प्रकार की हो सकती है. इसमें घरेलू हिंसा, मानसिक प्रताड़ना, यौन हिंसा, छेड़छाड़ व विभिन्न प्रकार के अपशब्द का इस्तेमाल कर परेशान करना शामिल है.
इन विषय व मुद्दों के बारे में बालिकाओं को जागरूक कर, स्वावलंबी व जानकार बनाने के लिए विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम में भी जेंडर व उससे संबंधित भेदभाव व शोषण के विभिन्न प्रकार विषयों का समावेशन किया गया है, ताकि जेंडर समानता की परिकल्पना को सकारात्मक स्वरूप दिया जा सके. साथ ही हिंसा होने के समय कोई भी महिला या बालिका किनसे संपर्क कर सकती है आदि के बारे में उन्हें जानकारी दी गयी. यह आयोजन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार की ओर से किया गया.