एएँनसी जांच के जरिये गर्भवती महिलाओं में जटिलताओं का लगाया जाता है पता, किया जाता है इलाज
अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में गर्भवती महिलाओंं की स्वास्थ्य जांच की गयी. शिविर के बारे में उपाधीक्षक ने बताया कि महिलाओं की काउंसलिंग करके जच्चा-बच्चा की देखभाल के बारे में बताया जाता है.
मधुपुर . अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में मंगलवार को पीएम मातृत्व सुरक्षित अभियान के तहत शिविर आयोजित कर गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गयी. शिविर में महिला चिकित्सक डा. आविजा निगार ने महिलाओं की जांच की. शिविर में 101 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गयी. इस दौरान गर्भवती महिलाओं की रूटीन जांच, ब्लड प्रेशर, एचआइवी, वजन आदि की जांच की गयी. जांच के क्रम में एक भी हाइरिस्क गर्भवती महिला चिह्नित नहीं हुई. एक गर्भवती महिला उच्च रक्तचाप की मरीज पायी गयी. जबकि 12 गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन सामान्य से कम पाया गया. इस दौरान 61 महिला को अल्ट्रासाउंड के लिए भेजा गया. गर्भवती महिलाओं की काउंसिलिग करके चिकित्सक ने गर्भावस्था के दौरान जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की देखभाल के बारे में जानकारी दी. प्रसव के बाद परिवार कल्याण के तरीके के बारे में भी विस्तार से बताया गया. हाइ रिस्क कैटेगरी, हीमोग्लोबिन की कमी एवं रक्तचाप वाली गर्भवती महिलाओं को भी चिकित्सक ने जांच कर इलाज किया. मौके पर उपाधीक्षक डा. इकबाल ने कहा कि इस अभियान के तहत प्रत्येक महीने की नौ तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच करके उचित इलाज किया जाता है. जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान करके भी इलाज किया गया. कहा कि समय पर इन खतरों की पहचान करके बहुत सी जटिलताओं को कम किया जाता है. कहा कि गर्भावस्था के दौरान हर महीना एएनसी जांच जरूरी है. गर्भवती महिलाओं को जांच उपरांत आयरन की गोली, कैल्शियम, विटामिन की दवा भी दिया गया. गर्भवती महिलाओं का हीमोग्लोबिन, आईसीटीसी व खून की जांच हुई. मौके पर सरिता कुमारी, सुनीता मरांडी, डिंपल कुमारी, श्याम हासदा, शोएब आलम, संदीप कुमार, बलराम यादव समेत बीटीटी व सहिया साथी मौजूद थे.
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