श्रावणी मेला से पहले जसीडीह-देवघर मुख्य मार्ग के बीच सड़क किनारे लगी सोलर स्ट्रीट लाइटें जलने की उम्मीद जग गयी है. इस संबंध में ज्रेडा के रांची कार्यालय ने देवघर से जसीडीह के बीच सोलर लाइटों की काम करने वाली एजेंसियों के अधिकारियों को तलब किया है. एजेंसी के अधिकारी सोमवार को विभागीय पदाधिकारियों के समक्ष उपस्थित होंगे. उनसे जसीडीह-देवघर मार्ग के सोलर प्रोजेक्ट के तहत सोलर लाइट, पोल व केबल के मेंटेनेंस पर चर्चा की जायेगी और मरम्मत के लिए निर्धारित समय दिया जायेगा.
मेंटेनेंस न करने वाली एजेंसी पर हो सकती है कार्रवाई
श्रावणी मेला शुरू होने में 29 दिन शेष बचे हैं. उससे पहले एजेंसी को सोलर लाइटों सहित पोल, केबल, स्विच आदि का मेंटेनेंस कर लेना है. विभागीय सूत्रों के अनुसार, यदि एजेंसियां मेंटेनेंस वर्क करने में रूचि नहीं दिखायेंगी. तो उनकी जगह दूसरी नयी एजेंसी को मेंटेनेंस की जिम्मेदारी सौंपी जायेगी. वहीं मेंटेनेंस न करने वाली एजेंसी पर विभागीय स्तर पर कार्रवाई भी संभव है. ज्रेडा के पदाधिकारियों की यह कोशिश है कि सावन से पहले देवघर-जसीडीह मार्ग पर सोलर बेस्ड लाइटों का कार्य पूरा हो जाये और पूरा मार्ग जगमग व आकर्षक दिखने लगे.
रखरखाव के अभाव में बेकार हो चुकी हैं करोड़ों की सोलर लाइट्स
गौरतलब हो कि देवघर-जसीडीह के बीच करोड़ों की लागत से लगीं सोलर स्ट्रीट लाइट बेकार हो गयी हैं. देवघर-जसीडीह मार्ग में करीब चार करोड़ की लागत से सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की जिम्मेवारी ज्रेडा, रांची द्वारा अधिकृत यूपी बेस्ड सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लि को दी गयी थी. सोलर पावर से जलने वाली इन स्ट्रीट लाइटों के लगने के बाद करीब दो वर्षों तक जलीं और रखरखाव के अभाव में सोलर लाइटें बंद हो गयी थीं.
क्या कहते हैं प्रोजेक्ट डायरेक्टर
ज्रेडा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि देवघर में सांसद मद से लगी सोलर लाइटों की काम करने वाली एजेंसियों के अधिकारियों को बुलाया गया है. उनके साथ बैठक होगी, जिसमें यह तय होगा कि एजेंसियां लाइटों की मरम्मत व मेंटेनेंस वर्क श्रावणी मेला से पहले हर हाल में पूरा कर दें.