देवघर : रेलवे ने देवघर स्टेशन से सीधे रोहिणी जाने के लिए देवघर-जसीडीह रेल बाइपास का काम शुरू कर दिया है. कुल 60 करोड़ रुपये देवघर रेल लाइन के किनारे से अतिरिक्त नयी रेल लाइन बनायी जा रही है. यह रेल लाइन जसीडीह -आसनसोल रेल खंड में जोड़ा जायेगा. सितंबर 2024 तक निर्माण कार्य पूरे कर दिये जायेंगे. कुल 4.5 किलोमीटर की नयी रेल लाइन बिछायी जायेगी, इसमें कुल 11 ब्रिज का एक्सटेंशन किया जायेगा. देवघर-जसीडीह मार्ग में पुराने ब्रिज से 15 मीटर की दूरी पर नया ब्रिज बनाया जायेगा. साथ ही बैद्यनाथधाम लाइन व पागल बाबा रोड में भी ओवरब्रिज बनाये जायेंगे, यहां देवघर से आने वाली ट्रेनें नीचे से गुजरते हुए रायडीह व अमरपुर होते हुए जसीडीह-आसनसोल रेल लाइन में मिल जायेगी व रोहिणी की ओर ट्रेन सीधे निकल जायेगी. देवघर से आने-जाने वाली ट्रेनों को जसीडीह स्टेशन में इंजन बदलने वाले समय की बचत होगी. जसीडीह इलाके के लोग रोहिणी स्टेशन से इन ट्रेनों पर सवार हो सकते हैं. रेलवे के अनुसार, अभी मिट्टी भरने व बॉक्स कटिंग का काम चल रहा है, उसके बाद ब्रिज बनाने के साथ-साथ शेष जगहों पर लाइन बिछाने का काम शुरू किया जायेगा. इस प्रोजेक्ट में इलेक्ट्रिफिकेशन का काम किया जायेगा. जसीडीह स्टेशन में लंबी दूरी की ट्रेनों का बोझ व इंजन बदलने की समस्या को देखते हुए गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने दो वर्ष पहले देवघर-जसीडीह रेल बाइपास का प्रोजेक्ट का प्रस्ताव रेल मंत्री के समक्ष रखा था, जिसके बाद बजटीय प्रावधान कर इस प्रोजेक्ट की मंजूरी दी गयी. इस 4.5 किलोमीटर की रेललाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया गया है.
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि मोहनपुर-हंसडीहा रेललाइन पूरा हो गया है. जल्द ही गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन काम चालू होगा, इसलिए आने वाले समय में देवघर स्टेशन होकर हावड़ा और रांची की ओर कई ट्रेनें इस लाइन में चलने वाली है. ऐसी परिस्थिति में जसीडीह स्टेशन में इस लाइन की चलने वाली ट्रेनों का इंजन बदलने में समय की बचत होगी. इंजन बदलने का झंझट नहीं रहेगा. जसीडीह स्टेशन में भी ट्रेनों का बोझ घटने से अन्य नयी ट्रेनों के परिचालन की योजना बनेगी. देवघर स्टेशन से ट्रेनों रोहिणी होकर आगे निकल जायेगी. यात्रियों को हर तरह की सुविधा दी जायेगी.
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