झारखंड: गिरफ्तार साइबर आरोपी सहुद अंसारी के पास है आलीशान मकान, अपराध में बेटे भी संलिप्त
देवघर की साइबर पुलिस ने पांच ठगों को गिरफ्तार किया है जिसमें प्रमुख रूप से सहुद अंसारी शामिल है. जांच में ये बातें सामने आयी है कि उनके पास 20 कट्ठा की जमीन में आलीशान मकान है. साथ ही उनके पास कई चल-अचल संपत्ति भी है
Jharkhand Cyber Crime News देवघर: साइबर थाना की पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत वीआइपी चौक के समीप अौर मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के पंचरूखी गांव में छापेमारी कर पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. साइबर पुलिस ने मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के पारोजोरी गांव निवासी बिशाक अंसारी को मारगोमुंडा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया, जबकि इम्तियाज अंसारी, सहुद अंसारी, मुस्तकीम अंसारी व मो. अयूब अंसारी को नगर थाना क्षेत्र के वीआइपी चौक के समीप से गुरूवार की शाम गिरफ्तार किया. साइबर ठगी के सभी आरोपी मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के पारोजोरी, पंचरूखी, मुरलीपहाड़ी गांव के रहने हैं. यह जानकारी साइबर डीएसपी सुमित कुमार ने दी.
सहुद ने जमा कर रखी है अकूत संपत्ति, इडी को भेजी जायेगी रिपोर्ट :
उन्होंने बताया कि सहुद अंसारी ने साइबर अपराध से अकूत संपत्ति जमा की है. जामताड़ा से सटे जिले के एक आदिवासी बहुल इलाके में एक आदिवासी व्यक्ति से 20 कट्ठा जमीन खरीद कर उसमें आलीशान मकान खड़ा किया है, जिसमें 12 कमरे आधुनिक सुविधाअों से लैस व आकर्षक संसाधनयुक्त हैं.
साथ ही अलग से पांच कट्ठे की जमीन में छह कमरों वाले मकान की कुल कीमत लगभग एक करोड़ से ज्यादा की आंकी जा रही है. इतना ही नहीं उसके पास कई चल-अचल संपत्ति भी है. पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है. जल्द ही पुलिस प्रशासन की अोर से उसकी संपत्ति अटैच करने के लिए इडी को प्रस्ताव भेजा जायेगा. गिरफ्तार मुस्तकीम सहुद का पुत्र है. पुलिस के अनुसार, सहुद के चारों पुत्र साइबर अपराध में संलिप्त हैं.
क्या हुआ बरामद :
पुलिस ने इनके पास से 20 हजार नकद समेत सात मोबाइल फोन, 18 सिम कार्ड अौर एक चार पहिया वाहन बरामद किया है.
50 से अधिक बड़े साइबर अपराधियों की सूची तैयार
साइबर डीएसपी ने बताया कि जिले के 50 से अधिक बड़े साइबर अपराधियों की सूची लगभग तैयार हो चुकी है. इनमें से कुछ जेल जा चुके हैं अौर कुछ पुलिस पकड़ से बाहर चल रहे हैं. जल्द ही उन सभी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जायेगा़ साथ ही इन सभी की चल-अचल संपत्ति की जांच व अटैच करने को लेकर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को प्रस्ताव भेजा जायेगा.
Posted By: Sameer Oraon