देवघर : गुप्त सूचना पर पुलिस की विशेष टीम ने शनिवार को कुंडा थानांतर्गत चितोलोढ़िया मैदान व देवीपुर थाना क्षेत्र के खिरौंधा जंगल में छापेमारी की. मौके पर से फोन-पे यूजर्स को कैशबैक का झांसा देकर ठगी करते अंतरप्रांतीय बिहार के रहने वाले एक आरोपित समेत 10 युवकों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपितों के पास से छापेमारी टीम ने 15 मोबाइल सहित 25 सिमकार्ड व छह प्रतिबिंब सिम जब्त किया है.
सभी ठग को देवघर सेंट्रल जेल भेजा गया
देवघर पुलिस मीडिया सेल द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट के निर्देश पर आरोपितों को साइबर थाने की पुलिस ने न्यायिक हिरासत में देवघर सेंट्रल जेल पहुंचा दिया. गिरफ्तार आरोपितों में जिले के बुढ़ेई थाना क्षेत्र के पुनसिया गांव निवासी रोहित दास, जसीडीह थाना क्षेत्र के रोहिणी अजान टोला निवासी राजेश दास, कुंडा थाना क्षेत्र के ठाढ़ी दुलमपुर निवासी कुंदन कुमार दास, संजीत दास, बिहार अंतर्गत जमुई जिले के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के छाक्रुम गांव निवासी मंटू कुमार दास, पाथरौल थाना क्षेत्र के जेरुवा गांव निवासी सुमेश रवानी, गौनेया गांव निवासी अजय कुमार दास, करौं थाना क्षेत्र के डुमरथर गांव निवासी चंदन दास, देवीपुर थाना क्षेत्र के जमुनियां गांव निवासी पप्पू कुमार दास व मधुपुर थाना क्षेत्र के लखनुवा गांव निवासी चंदन दास शामिल है.
कस्टमर केयर और सरकारी पदाधिकारी बनकर लोगों को देते थे झांसा
आरोपितों के पास से मोबाइल और सिमकार्ड की बरामदगी हुई है. पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उक्त सभी फर्जी कस्टमर केयर व सरकारी पदाधिकारी बनकर फोन-पे यूजर्स को कैशबैक का झांसा देकर लोगों से ठगी करते थे. इसके अलावा पीएम किसान योजना के लाभुकों को भी झांसे लेकर ऑनलाईन ठगी करते थे. मीडिया सेल के मुताबिक छह आरोपितों के पास से जब्त छह मोबाइल नंबर के खिलाफ प्रतिबिंब पोर्टल पर शिकायत दर्ज था. बाकी चार आरोपितों के पास से जब्त मोबाईल नंबरों के आईएमईआई के खिलाफ जेएमआईएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज पाया गया है.